थम नहीं रहा इन पर दबंगों का अत्याचार, घोड़ी से अनुसूचित जाति के दूल्हे को उतारा
अनुसूचित जाति के एक युवक को अपनी बारात में घोड़ी पर चढ़ा देखना दबंगों को नागवार गुजराख् और कर दिया हंगामा।
अहमदाबाद (ब्यूरो)। गुजरात में अनुसूचित जाति के लोगों पर अत्याचार का सिलसिला जारी है। राजधानी गांधीनगर के माणसा में रविवार को कुछ दबंगों ने दूल्हे को इसलिए घोड़ी से उतार दिया कि वह दलित था। इससे हंगामा मच गया। घटना की सूचना पाते ही मौके पर पुलिस का काफिला आ पहुंचा। इसके बाद पुलिस की कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच बारात रवाना हुई।
दबंगों ने जताई आपत्ति
घटना माणसा के पारसा गांव की है। यहां रविवार को अनुसूचित जाति के एक युवक की शादी थी। बारात में बड़ी संख्या में वाल्मीकि समाज के लोग पहुंचे थे। बरात सुबह पारसा गांव से बड़ी धूमधाम से निकली। दूल्हा घोड़ी पर सवार था। लोग डीजे की ताल पर नाच रहे थे, लेकिन पारसा गांव के कुछ दबंगों को आपत्ति थी कि अनुसूचित जाति का युवक घोड़ी पर बारात नहीं निकाल सकता। यह उनका अपमान है। दबंगों ने दूल्हे को घो़ड़ी से उतार दिया। इससे बराती तैश में आ गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने किया बचाव
माणसा पुलिस के मुताबिक सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। गांव के सरपंच के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने बारात सुरक्षा-व्यवस्था के साथ रवाना करवाई। बता दें कि एक दिन पहले ही मेहसाणा में रजवाड़ी जूती पहनने पर एक अनुसूचित जाति के युवक की राजपूत युवकों ने बेरहमी से पिटाई की थी। पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने ऐसी घटनाओं से निपटने के पुलिस को राज्य के संवेदनशील गांवों की पहचान कर यहां गश्त ब़़ढाने की आदेश दिए हैं। वहीं मीडिया पर भी ऐसे संदेश फैलाने वालों पर सख्ती बरती जाएगी।