डॉक्टर दंपत्ति ने एक ही जगह पर गुजार दिए 20 साल, शिकायत के बाद सेना मुख्यालय ने उठाया बड़ा कदम
सेना में डॉक्टरों के स्थानांतरण और तैनाती में पक्षपात की विभिन्न हलकों से शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
नई दिल्ली, एएनआइ। चिकित्सा शाखा में पक्षपात की शिकायतें (Favouritism Charges) मिलने के बाद सेना ने बड़ा कदम उठाया है। सेना में कार्य कर रहे डॉक्टरों की पोस्टिंग (Army doctors postings) और तैनाती का काम सैन्य मुख्यालय (Army Headquarters) ने अपने हाथों में ले लिया है।
डॉक्टरों की तैनाती से संबंधित मिली थीं शिकायतें
सैन्य सूत्रों ने बताया कि सेना में डॉक्टरों के स्थानांतरण और तैनाती में पक्षपात की विभिन्न हलकों से शिकायतें प्राप्त हुई थीं। लिहाजा अब फैसला किया गया है कि इन मामलों से सैन्य मुख्यालय ही निपटेगा। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की तैनाती से संबंधित ऐसी कई शिकायतें मिली थीं जिसमें लोगों ने अपना पूरा करियर सिर्फ बड़े शहरों में गुजार दिया।
एक जगह पर ही गुजार दिए 20 साल
उन्होंने कहा, 'एक डॉक्टर दंपती के बारे में शिकायत मिली थी जिन्होंने अपने करियर के 20 से ज्यादा साल एक साथ दिल्ली और पुणे के बीच गुजार दिए। ऐसी शिकायतों की वजह से ही इस तरह का फैसला लिया गया है।' सूत्रों ने बताया, देखा गया है कि नौसेना और वायुसेना में डॉक्टरों के स्थानांतरण और तैनाती का काम संबंधित सेवाएं करती हैं।
आर्मी मेडिकल कोर्प्स का हिस्सा होते हैं डॉक्टर
बता दें कि सशस्त्र बलों में डॉक्टर आर्मी मेडिकल कोर्प्स का हिस्सा होते हैं जो रक्षा मंत्रालय के अधीन होता है। दरअसल, डॉक्टरों के स्थानांतरण और तैनाती का अधिकार कुछ समय पहले ही सेना मुख्यालय को अस्थायी तौर पर सौंप दिया गया था, लेकिन अब इस पर औपचारिक मुहर लगा दी गई है।