छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था, नक्सल इलाकों की ड्रोन से निगरानी
स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी रखने को कहा है। फोर्स किसी भी परिस्थिति से निटपने को तैयार है।
जगदलपुर, राज्य ब्यूरो। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। नक्सल इलाकों में पदस्थ जवान लगातार जंगल में गश्त कर रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस पर नक्सली बाधा न उत्पन्न कर पाएं, इसकी पूरी तैयारी है। 15 अगस्त को बस्तर के जंगलों में ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। पुलिस अफसरों के मुताबिक नक्सल इलाकों में सुरक्षा बलों को कड़ी चौकसी रखने कहा गया है। जिन कैंपों में ड्रोन का इंतजाम है, उन्हें उड़ाने को कहा गया है। जिन जगहों पर हेलीपैड हैं, वहां हेलीकॉप्टर भी तैनात किए जा रहे हैं।
आंध्र, तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र की सीमा पर बढ़ाई चौकसी
राज्य पुलिस सीमा से सटे आंध्र, ओडिशा, तेलंगाना व महाराष्ट्र के पुलिस अफसरों के संपर्क में है। सीमा पर ग्रेहाउंड समेत दूसरे राज्यों की फोर्स के साथ संयुक्त गश्त की जा रही है। आजादी को झूठी बताने वाले नक्सली स्वतंत्रता दिवस का विरोध करने के लिए 15 अगस्त को काले झंडे फहराते हैं। हालांकि दो-तीन सालों में सुरक्षाबल उनपर हावी हैं और उन्हें कामयाब नहीं होने दे रहे हैं। इस साल भी स्वतंत्रता दिवस से पहले नक्सली कैंपों में फोर्स ने लगातार धावा बोला। पांच नक्सलियों को मार गिराया और उनके हथियार जब्त कर लाए।
नक्सल प्रभावित गांवों में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी
यह पहला मौका है कि जिन गांवों में नक्सली काला झंडा फहराते थे, वहां के ग्रामीण तिरंगा फहराने को लेकर उत्साहित हैं। कोरोना संक्रमण काल में कोई बड़ा आयोजन तो नहीं हो रहा है, पर नक्सल प्रभावित गांवों में आदिवासी स्वतंत्रता दिवस पर्व की जमकर तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीणों के साथ आने से सुरक्षाबलों के हौसले बुलंद हैं, इसलिए नक्सल कैंपों तक पहुंचने में फोर्स लगातार कामयाब हो रही है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त गश्त जारी, मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी
एमपीवी और बम निरोधी दस्ते तैनात स्वतंत्रता दिवस पर नक्सल इलाकों में माइन प्रोटेक्टेड वाहनों (एमपीवी) से गश्त की जा रही है। बम निरोधी दस्तों को अलर्ट किया गया है। जंगल में चप्पे-चप्पे पर लैंड माइन की जांच चल रही है। सीआरपीएफ, कोबरा, एसटीएफ, आइटीबीपी, बीएसएफ की कंपनियों के साथ ही डीआरजी के जवानों के दस्ते जंगल में हैं। 10 हजार से ज्यादा जवान स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी रखने को कहा है। फोर्स किसी भी परिस्थिति से निटपने को तैयार है। नक्सलियों को ग्रामीणों का साथ नहीं मिल रहा है। उनकी हरकतों पर हमारी नजर है- सुंदरराज पी, आइजी बस्तर।