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VIDEO: CAG रिपोर्ट पेश होते ही भारत पहुंचे तीन राफेल विमान, बेंगलुरू में हुई लैंडिंग

राफेल डील को लेकर भारत में काफी समय से राजनीतिक भूचाल मचा हुआ है। विपक्ष इस डील को लेकर सरकार पर लगातार हमला कर रहा है। यहां तक कि विपक्ष ने कैग रिपोर्ट भी खारिज कर दी।

By Amit SinghEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 01:34 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 07:31 PM (IST)
VIDEO: CAG रिपोर्ट पेश होते ही भारत पहुंचे तीन राफेल विमान, बेंगलुरू में हुई लैंडिंग
VIDEO: CAG रिपोर्ट पेश होते ही भारत पहुंचे तीन राफेल विमान, बेंगलुरू में हुई लैंडिंग

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। फ्रांस का राफेल फाइटर प्लेन लंबे समय से भारत में विवादों की वजह बना हुआ है। राफेल डील पर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है। इसी बीच बुधवार को एक तरफ राज्यसभा में कैग (CAG) रिपोर्ट पेश हुई, दूसरी तरफ बुधवार को ही तीन राफेल फाइटर प्लेन भारत पहुंचे। तीनों राफेल विमानों ने बेंगलुरू में लैंडिंग की है। इसके अलावा देश-दुनिया के कई और अत्याधुनिक विमान भारत पहुंच रहे हैं।

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तीनों राफेल विमान बेंगलुरू में अगले सप्ताह आयोजित होने वाले एयरो इंडिया शो में प्रदर्शित किए जाएंगे। एयरो इंडिया शो के दौरान भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी डिप्टी चीफ एयर मार्शल विवेक चौधरी इस प्लेन में खुद उड़ान भरेंगे। इस शो के दौरान तीन में से दो राफेल विमान उड़ान भरकर अपनी तकनीक और शक्ति का प्रदर्शन करेंगे, जबकि एक विमान प्रदर्शनी में खड़ा किया जाएगा। बेंगलुरू में आयोजित होने वाले एयरो इंडिया शो में भारत के 44, फ्रांस के 06, यूक्रेन का 01 और यूएस के 06 विमान शामिल होंगे।

राफेल विमान के साथ इसे बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी दसॉ एविएशन की टीम भी बेंगलुरू पहुंच चुकी है। एयरो इंडिया शो में प्रदर्शन से पहले बृहस्पतिवार, 14 फरवीर 2019 को भी राफेल विमान प्रदर्शन से पहले अभ्यास के लिए उड़ान भरेंगे। इस दौरान वायुसेना के कई वरिष्ठ अधिकारी इस विमान को उड़ा सकते हैं। राफेल डील की वजह से इस विमान को लेकर लोगों और सैन्य अधिकारियों में भी खासी दिलचस्पी देखने को मिल रही है। राफेल के लैंड होते ही अधिकारियों व कर्मचारियों में इसकी फोटो खींचने और वीडियो बनाने की होड़ मच गई।

57 विमान शामिल होंगे एयरो इंडिया शो में
ये एयरो इंडिया शो का 12वां संस्करण है, जो बेंगलुरू में वायुसेना के येलाहांका एयर बेस पर 20 से 24 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इस एयर शो में राफेल समेत विभिन्न देशों के अत्याधुनिक कुल 57 विमान शामिल होंगे, जिनमें ज्यादातर फाइटर प्लेन ही होंगे। भारत में पिछले कुछ वर्षों से ये एयरो इंडिया शो प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है। राफेल विमान ने वर्ष 2011 में एयरो इंडिया शो में पहली बार प्रदर्शन किया था। इसके बाद से ये लगातार शो का हिस्सा बना हुआ है।

राफेल पर विपक्ष के आरोप
मालूम हो कि मौजूदा भारत सरकार ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की डील की है। डील के अनुसार राफेल विमान की पहली खेप सितंबर में भारत पहुंचनी है। वहीं पिछली मनमोहन सरकार ने फ्रांस से 126 राफेल विमानों की डील की थी। कांग्रेस का आरोप है कि मौजूदा सरकार ने, उनकी सरकार से मंहगी कीमतों पर राफेल डील की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सरकार पर लगातार इस डील में एक खास कंपनी को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगा रहे हैं।

बुधवार को पेश हुई CAG रिपोर्ट के प्रमुख बिंदू
बुधवार को राज्यसभा में पेश कैग रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मौजूदा सरकार ने पिछली सरकार के मुकाबले 2.86 फीसद सस्ती कीमतों पर डील की है। हालांकि रिपोर्ट में विमान की कीमतों का जिक्र नहीं किया गया है। इसे लेकर विपक्ष ने कैग रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े किए गए हैं। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियां लगातार मोदी सरकार पर डील में धांधली करने का आरोप लगाते हुए विमान की कीमतों का खुलासा करने की मांग कर रही हैं।

राफेल विमान की उपयोगिता
राफेल दो इंजनों वाला मल्टी-रोल विमान है, जो हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमला करने की क्षमता रखता है। इसे चौथी पीढ़ी का अत्याधुनिक फाइटर प्लेन बताया जा रहा है। दसॉ एविएशन भारतीय वायु सेना को सितंबर 2019 में राफेल विमान की पहली खेप देगा। राफेल विमानों को पुराने हो चुके रूस के मिग-21 विमानों की जगह वायुसेना में शामिल किया जाएगा। वायुसेना ने मिग-21 विमानों का इस्तेमाल बंद करना शुरू कर दिया है।

एयर इंडिया शो में ये होंगे शामिल
हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल्स (भारत)- 10 सैन्य व 01 सिविल विमान शामिल होंगे। 09 उड़ान भरेंगे, 02 प्रदर्शित किए जाएंगे।
DRDO (भारत)- 07 सैन्य विमान शामिल होंगे, जिनमें 04 उड़ान भरेंगे और 03 प्रदर्शनी में खड़े किए जाएंगे।
नेशनल एयरोस्पेस लैबोट्रीज (CSIR-भारत)- 01 सैन्य और 01 सिविल विमान उड़ान भरेगा।
ZEPHYR एयरोस्पेस प्रा.लि. (भारत)- एक सैन्य विमान उड़ान भरेगा।
आर्मी एविएशन (भारत)- दो सैन्य विमान उड़ान भरेंगे।
जेनसेर एयरोस्पेस एंड आइटी प्रा.लि. (भारत)- 01 सिविल विमान प्रदर्शित किया जाएगा।
इंडियन एयरफोर्स (भारत)- मिग, जगुआर, मिराज, तेजस समेत 19 सैन्य विमानों में से 06 उड़ाने भरेंगे, अन्य प्रदर्शित होंगे।
लक्ष्य फ्लाइंग सिस्टम प्रा.लि. (भारत)- 01 सैन्य विमान प्रदर्शित किया जाएगा।
एयरबस (फ्रांस)- 02 सिविल और 01 सैन्य विमान प्रदर्शित किये जाएंगे।
SFTE स्पेट्स टेक्नो एक्सपोर्ट (यूक्रेन)- 01 सिविल विमान उड़ान भरेगा।
फ्रेंच एयरफोर्स (फ्रांस)- 03 राफेल सैन्य विमानों में से 02 उड़ान भरेंगे और 01 प्रदर्शित किया जाएगा।
यूनाइटेड स्टेट्स- 06 सैन्य विमानों में से 03 उड़ान भरेंगे और 03 प्रदर्शित किए जाएंगे।

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