ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए अधिकार प्राप्त समूह का किया गया गठन
राजेश भूषण ने कहा कि अभी कई शहरों में दिन में ऐसे टैंकरों को दिन में घुसने की इजाजत नहीं दी जाती है और उन्हें शहर की सीमा पर ही रोक दिया है। इससे टैंकर का टर्न अराउंड बढ़ जाता है।
नीलू रंजन, नई दिल्ली। कोरोना के अस्पतालों में ऑक्सीजन की अबाध आपूर्ति सुनिश्चित करने और इसके रास्ते में आने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने सचिवों के एक अधिकार प्राप्त समूह का गठन किया है। स्वास्थ्य, टेक्सटाइल, स्टील, फार्मा और औद्योगिक संवर्द्धन विभाग के सचिवों वाले इस समूह ने राज्यों के साथ विचार-विमर्श भी शुरू कर दिया है और इस सिलसिले में कई अहम निर्णय भी लिए गए हैं। ध्यान देने की बात है कि चार अप्रैल को औद्योगिक संवर्द्धन विभाग के सचिव की अध्यक्षता में ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया गया था, इसके बावजूद अस्पतालों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक बार फिर दोहराया कि राष्ट्रीय स्तर पर देश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। औद्योगिक और मेडिकल दोनों मिलाकर जितनी ऑक्सीजन की खपत हो रही है, उससे अधिक की उत्पादन क्षमता मौजूद है। वैसे उन्होंने माना कि कई राज्यों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है और इसे दूर करने के लिए सचिवों के अधिकार प्राप्त समूह का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह समूह ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर राज्यों के साथ तीन बार विचार-विमर्श कर चुका है, जिसमें कई फैसले लिए गए। इन फैसलों में सबसे अहम है ऑक्सीजन की ढुलाई को राज्यों के बीच और राज्य के भीतर बिना किसी रुकावट के जारी रखना। राज्य सरकारों ने सप्लाई सुनिश्चित होने देने का आश्वासन दिया है और इस संबंध में गृहमंत्रालय ने इस संबंध में राज्यों को निर्देश जारी कर दिया है। ध्यान रहे कि कुछ राज्यों की ओर से ही रुकावट पैदा की गई थी।
बड़े टैंकर को शहरों में दिन में भी आने की इजाजत
इसके साथ ही राज्यों के शहरी इलाकों में भी लिक्विड ऑक्सीजन ढोने वाले बड़े टैंकर को शहरों में दिन में भी आने की इजाजत देने का फैसला लिया गया है। राजेश भूषण ने कहा कि अभी कई शहरों में दिन में ऐसे टैंकरों को दिन में घुसने की इजाजत नहीं दी जाती है और उन्हें शहर की सीमा पर ही रोक दिया है। इससे टैंकर का टर्न अराउंड बढ़ जाता है। जाहिर है इससे ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित हो रही है और सप्लाई चैन प्रभावित हो रहा है। राज्यों ने शहरी इलाकों में लिक्विड ऑक्सीजन के बड़े टैंकरों को रात-दिन आने-जाने देने पर सहमति जताई है।
ऑक्सीजन की अबाध सप्लाई सुनिश्चित करने के साथ ही अधिकार प्राप्त समूह ने राज्यों को इसके माइक्रो लेवल पर प्रबंधन पर भी ध्यान देने को कहा है। इसके तहत ऑक्सीजन की पाइप लाइन, ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयों और ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक का रखरखाव ठीक करने का निर्देश दिया गया है। देखा गया है कि कई स्थानों पर पाइप लाइन और स्टोरेज के लीकेज से भी ऑक्सीजन आपूर्ति हो रही थी। ऑक्सीजन की होर्डिग और ओवर चार्जिग पर निगरानी रखने और ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने को भी कहा गया है, ताकि इसके कालाबाजारी और कृत्रिम कमी पैदा करने की कोशिशों पर अंकुश लगाया जा सके।