Madhya Pradesh : सामूहिक दुष्कर्म के बाद बच्ची को तालाब में डुबोकर मार डाला, तीन गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के बिलपांक थाना क्षेत्र के एक गांव में साढ़ तेरह साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।
रतलाम, जेएनएन। मध्य प्रदेश में हैवानियत की एक दर्दनाक वारदात सामने आई है। बिलपांक थाना क्षेत्र के एक गांव में साढ़ तेरह साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। तीनों चचेरे भाई बताए जाते हैं। तीनों आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। पुलिस की मानें तो आरोपियों ने बताया है कि सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उन्होंने बच्ची को तालाब में डुबोकर मार दिया था।
एसपी गौरव तिवारी ने सोमवार को संवाददाताओं से बताया कि बच्ची पांच सितंबर की शाम को गांव में किराना दुकान पर सामान खरीदने गई थी। वह तभी से लापता थी। दूसरे दिन सुबह मक्का के खेत में उसका शव मिला था। केस दर्ज करने के बाद बिलपांक थाना प्रभारी ब्रजेश मिश्रा के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई थी।
जांच के दौरान पता चला कि गुर्जरपाड़ा गांव के 21 वर्षीय कालू निनामा पुत्र चैन सिंह निनामा, चचेरे भाई 20 वर्षीय दीपला उर्फ दीपक पुत्र नाहर सिंह निनामा और 20 वर्षीय रवि पुत्र राम सिंह निनामा घटना वाली रात गांव की सड़क पर देखे गए थे। तीनों को गांव के नजदीक स्थित एक खेत से हिरासत में लिया गया।
एसपी ने बताया कि युवकों को पहले अलग अलग घटनास्थल पर ले जाकर पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे अपहरण कर बालिका को खेत में ले गए थे और वहीं दुष्कर्म के बाद पास ही स्थित तालाब में डुबोकर मार दिया था। इसके बाद सभी आरोपियों ने शव को मक्का के खेत में छोड़कर फरार हो गए थे। बालिका के फेफड़ों में पानी पाया गया है।
मामले को सुलझाने वाली पुलिस टीम को दस हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। तीनों आरोपी निरक्षर हैं और मवेशी चराने का काम करते हैं। यहां तक कि तीनों मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल नहीं करते हैं। घटना के बाद तीनों खेत में स्थित कुएं के पास छिप गए थे। एसपी तिवारी ने बताया कि भौतिक एवं वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। डीएनए जांच के लिए नमूने प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। मामले को जघन्य वारदात के रूप में चिह्नित किया गया है।