हादसा बताकर जिन्होंने किया अंतिम संस्कार, वे ही निकले हत्यारे, 11 लोगों पर दर्ज हुआ केस
डीएसपी (मुख्यालय) मोतीलाल कुशवाहा ने बताया बरोही थाने में 11 जून 2020 को जेएएच ग्वालियर से सूचना आई थी कि नाथूराम को 31 मई को अस्पताल लाया गया था जिसकी आठ जून को मौत हो गई। उसे ऊंचाई से गिरने से चोट लगी थी।
भिंड, जेएनएन। जिले के बरोही के मदनपुरा गांव में अवैध संबंधों के शक में आठ माह पहले 45 वर्षीय नाथूराम पुत्र हुकुम सिंह की लाठी-डंडों से पिटाई की गई। मरणासन्न हालत में ग्वालियर के जेएएच में आरोपितों ने उसे पिता बताकर इलाज कराया। मौत के बाद ग्वालियर में अंतिम संस्कार कर गांव की पंचायत से मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा लिया। जब केस बंद करने के लिए फाइल में लगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट पढ़ी गई तो हत्या की बात सामने आई। तब 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
डीएसपी (मुख्यालय) मोतीलाल कुशवाहा ने बताया बरोही थाने में 11 जून 2020 को जेएएच ग्वालियर से सूचना आई थी कि नाथूराम को 31 मई को अस्पताल लाया गया था, जिसकी आठ जून को मौत हो गई। उसे ऊंचाई से गिरने से चोट लगी थी। इसे सामान्य मामला मानकर केस बंद करने की प्रक्रिया में जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी तो चोट ऊंचाई से गिरने की वजह से बताई गई थी। इसके आधार पर थाना प्रभारी बृजेंद्र सिंह सेंगर से जांच करवाई तो गांव के चौकीदार ने बताया नाथूराम सिंह की मौत तो सात वर्ष पहले हो चुकी है।
जांच में चला पता
आरोपित लालू उर्फ सिकंदर, ओमकार उर्फ डफोले पुत्रगण नाथूराम नरवरिया निवासी मदनपुरा और गजेंद्र पुत्र भीमसेन नरवरिया निवासी डोंगरपुरा गोरमी ने 31 मई को श्यामलाल जाटव को अवैध संबंधों के शक में लाठी-डंडों से पीटा था। इसमें उसकी हालत खराब होने पर लोडिंग वाहन से ग्वालियर जेएएच लेकर गए। भर्ती कराते समय उसकी जगह पिता नाथूराम का नाम लिखवा दिया। मौत के बाद अंतिम संस्कार कर ग्राम पंचायत से नाथूराम नरवरिया के नाम से ही मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। इसमें पंचायत जौरी ब्राह्मण के सचिव विनोद शर्मा, मुख्य आरोपित की मां संगीता, घनश्याम यादव, सुदामा लाल नरवररिया, जर्मन सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह, रवींद्र सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह, होतम सिंह नरवरिया, उपेन्द्र सिंह जाटव निवासी मदनपुरा को वारदात छिपाने में मदद करने का आरोपित बनाया गया।