छत्तीसगढ़ में पुलिस बनकर सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे थर्ड जेंडर युवा
छत्तीसगढ़ में पुलिस विभाग की वर्दी में थर्ड जेंडर युवा भी सुरक्षा की कमान संभालते नजर आएंगे। पुलिस भर्ती के लिए 23 थर्ड जेंडर युवाओं ने फिजिकल टेस्ट पास कर लिया है।
रायपुर [नईदुनिया प्रतिनिधि]। छत्तीसगढ़ में पुलिस विभाग की वर्दी में थर्ड जेंडर युवा भी सुरक्षा की कमान संभालते नजर आएंगे। पुलिस भर्ती के लिए 23 थर्ड जेंडर युवाओं ने फिजिकल टेस्ट पास कर लिया है। अब उन्हें लिखित परीक्षा में सफलता दिलाने के लिए कुछ पुलिस अफसर आगे आए हैं जो उनके लिए विशेष कोचिंग सुविधा निःशुल्क उपलब्ध करा रहे हैं। इन्हें नया रायपुर स्थित प्रशासनिक अकादमी में लिखित परीक्षा के लिए ट्रेनिंग मिल रही है।
थर्ड जेंडर समुदाय व मितवा संगठन की अध्यक्ष विद्या राजपूत के मुताबिक समाज कल्याण विभाग, पुलिस विभाग, प्रशासनिक अकादमी, सामान्य प्रशासन छत्तीसगढ़ ने गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ प्राथमिकता से ट्रेनिंग देने का फैसला किया है। यही कारण है कि ट्रांसजेंडर बच्चे दिनभर क्लास में हाजिर होने के बाद वापस प्रशासन आकादमी में ही कमरे में बैठकर लिखित परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
पुरुष वर्ग से भी लिया लोहा
पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए थर्ड जेंडर समुदाय से उम्मीदवारों ने महिला वर्ग ही नहीं बल्कि पुरुष वर्ग से भी शारीरिक दक्षता परीक्षा में लोहा लेकर हौसला दिखाया। प्रदेशभर से 40 लोग शारीरिक दक्षता के लिए सफल रहे जिसमें से 28 लोगों ने मैदान में उतरकर हौसला दिखाया। इनमें से 23 लिखित परीक्षा के लिए क्वालीफाई कर सके।
पुलिस परेड ग्राउंड में तैयारी
प्रदेशभर में 98 थर्ड जेंडर उम्मीदवारों ने पुलिस भर्ती के लिए आन लाइन आवेदन किया था। कड़ाके की धूप में 800 मीटर तक की दौड़ समय पर पूरी कर आगे रिटर्न के लिए स्थान बनाया। तीन मिनट 20 सेकंड का समय दिया गया था।
मुख्यालय स्तर पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कराकर थर्ड जेंडर समुदाय में आत्म्ाविश्वास बढ़ाने के प्रयास किए गए हैं। पुलिस भर्ती के लिए भी हौसला बरकरार रहे, इसके लिए भी कई बार विशेष तरह से कोर्स चलाकर मनोबल बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं।
- आरके विज, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, छत्तीसगढ़