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मदुरै के अलंगनल्लूर में शुरू हुआ जल्लीकट्टू का तीसरा दिन, प्रतिबंधों के साथ आयोजित हुआ कार्यक्रम

सोमवार सुबह तमिलनाडु में मदुरै के अलंगनल्लूर इलाके में विश्व प्रसिद्ध जल्लीकट्टू कार्यक्रम का तीसरा दिन शुरू हुआ। कोरोना की महामारी के बीच राज्य सरकार ने इस आयोजन को प्रतिबंधों के साथ आयोजित करने की अनुमति दी थी।

By Geetika SharmaEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 12:50 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 02:12 PM (IST)
मदुरै के अलंगनल्लूर में शुरू हुआ जल्लीकट्टू का तीसरा दिन, प्रतिबंधों के साथ आयोजित हुआ कार्यक्रम
मदुरै के अलंगनल्लूर इलाके में शुरू हुआ जल्लीकट्टू कार्यक्रम का तीसरा दिन

मदुरै, एएनआइ। सोमवार सुबह तमिलनाडु में मदुरै के अलंगनल्लूर इलाके में विश्व प्रसिद्ध जल्लीकट्टू कार्यक्रम का तीसरा दिन शुरू हुआ। तमिलनाडु में 16 जनवरी को आयोजित होने वाला अलंगनल्लूर जल्लीकट्टू कार्यक्रम का तीसरा दिन अब 17 जनवरी को आयोजित किया गया। राज्य सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए रविवार (16 जनवरी) को पूर्ण लाकडाउन के चलते कार्यक्रम की तारीख में बदलाव किया गया था।

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तमिलनाडु के प्राचीन खेलों में से एक जल्लीकट्टू

आपको बता दें कि जल्लीकट्टू मदुरै जिले के अवनियापुरम के अलंगनल्लूर, पलामेडु में आयोजित होने वाला तीन दिवसीय कार्यक्रम है। मदुरै के अवनियापुरम इलाके में शुक्रवार को उत्सव की शुरुआत की गई थी। शनिवार को मदुरै के पलामेडु इलाके में जल्लीकट्टू कार्यक्रम का दूसरे दिन आयोजित किया गया था। फसल उत्सव पोंगल (14 जनवरी) के दिन हर साल तमिलनाडु के कई हिस्सों में बैल को काबू में करने का मुकाबला राज्य के प्राचीन खेलों में से एक है। यह एक पारंपरिक आयोजन है, जिसमें एक बैल को लोगों की भीड़ में छोड़ दिया जाता है। इस खेल में कई प्रतिभागी बैल की पीठ पर सवार होकर उसे काबू करने की कोशिश करते हैं।

कोरोना प्रतिबंधों के साथ आयोजित हुआ जल्लीकट्टू

कोरोना की महामारी के बीच राज्य सरकार ने इस आयोजन को प्रतिबंधों के साथ आयोजित करने की अनुमति दी थी। खेल को देखने के लिए केवल 150 दर्शकों या 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ आयोजन की अनुमति दी गई थी। दर्शकों को कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र या 48 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया गया है। बैल के साथ सिर्फ मालिक और एक सहायक को ही आने रकी अनुमति दी गई है। मालिक और सहायक दोनों को कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र दिखने के बाद ही जिला प्रशासन द्वारा इवेंट पास दिया गया है। दोनों को कार्यक्रम से 48 घंटे पहले आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य है। केवल 300 बुल टैमर्स को ही कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति दी गई है। बुल टैमर्स को भी 48 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना जरूरी है। इस बार जल्लीकट्टू कार्यक्रम के आयोजकों ने सोने के सिक्के, वाशिंग मशीन, कार और बाइक जैसे गिफ्ट हैम्पर्स की घोषणा की है।


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