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केरल 'जल प्रलय' में सेना ने झोंकी ताकत, अब तक 357 की मौत

राज्य के 14 में से 11 जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। इससे स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 09:18 PM (IST)Updated: Sun, 19 Aug 2018 07:11 AM (IST)
केरल 'जल प्रलय' में सेना ने झोंकी ताकत, अब तक 357 की मौत

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केरल में आई बाढ़ के कारण मचे हाहाकार के बीच सेना के तीनों अंगों ने अपनी पूरी ताकत राहत और बचाव कार्य में झोंक दी है। केरल में आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) सहित सभी एजेंसियों ने अतिरिक्त संसाधनों को जुटाने का फैसला किया है। युद्धस्तर पर जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना की 46, वायुसेना की 13 और थलसेना की 18 टीमों के साथ कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ की टीमें दिन-रात लोगों को बचाने में जुटी हैं।

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82,442 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया

गौरतलब है कि केरल में आई बाढ़ की तबाही के बीच अब तक राहत और बचाव के काम में जुटी टीमों ने करीब 82,442 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है। इनमें 71,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित एर्नाकुलम क्षेत्र से थे। आपको बता दें कि 2.4 लाख लोग 1,568 राहत शिविरों में अब तक शरण ले चुके हैं। केरल में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ में जान और माल की भारी हानि हुई है। नौ दिन पहले शुरू हुए इस बचाव ऑपरेशन के तहत राज्य के विभिन्न स्थानों पर 58 बचाव दल भी तैनात किए गए हैं।

नौसेना ने अभूतपूर्व बचाव अभियान चलाया
अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए नौसेना ने अभूतपूर्व बचाव अभियान चलाया है। आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, 10 दिन पहले राज्य में बाढ़ आने के बाद से अब तक 3,000 से ज्यादा लोग तैनात किए गए हैं। वहीं लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाने के लिए भारतीय वायुसेना ने 23 हेलीकॉप्टर, 11 विमान तैनात किए हैं। थल सेना ने 10 टुकडि़यों, 10 इंजीनियरिंग टास्क फोर्स, 60 नौकाओं और 100 लाइफ जैकेट को सेवा पर लगाया है। साथ ही एनडीआरएफ ने 58 टीमों और 163 नौकाओं को काम पर लगाया है।बता दें कि स्थिति की समीक्षा के लिए एनसीएमसी की रविवार को फिर बैठक होगी। गौरतलब है कि राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) लगातार केरल में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर रही है।

357 की मौत, स्थिति और बिगड़ने की अाशंका
शनिवार को भी 33 लोगों की मौत हो गई। इस तरह कुल मिलाकर केरल में भारी बारिश और भीषण बाढ़ से अब तक 357 लोगों की मौत हो चुकी है। साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों ने करीब 2 हजार राहत शिविरों में शरण ले रखी है। राज्य के 14 में से 11 जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। इससे स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।

पीएम मोदी ने किया हवाई सर्वेक्षण, 500 करोड़ वित्तीय सहायता का एलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात से निपटने के लिए राज्य को तत्काल 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का एलान किया है। यह राशि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा घोषित 100 करोड़ रुपये की मदद के अतिरिक्त होगी। राज्य के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने कोच्चि में एक उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की और बाढ़ग्रस्त कुछ इलाकों का हवाई सर्वे भी किया। उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजन को 2 लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है।

     

प्रधानमंत्री ने संकट का सामना करने की हिम्मत के लिए केरल के लोगों की सराहना भी की है। राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया है कि प्रारंभिक आकलन के अनुसार 19,512 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। लेकिन नुकसान का असली अांकड़ा प्रभावित इलाकों में बाढ़ का पानी उतरने के बाद मालूम होगा। राज्य सरकार ने 2000 करोड़ रुपये की तत्काल सहायता मांगी है। विजयन ने प्रधानमंत्री को बताया कि 29 मई से राज्य में बारिश-बाढ़ से अब तक 357 लोग मारे जा चुके हैं। करीब 3.53 लाख लोगों को 2000 से ज्यादा राहत शिविरों में ठहराया गया है। मालूम हो कि 1924 के बाद केरल पहली बार इस तरह जल प्रलय का सामना कर रहा है।

       

राहत और बचाव कार्य
-तीनों सेनाओं के साथ ही एनडीआरएफ की टीमों के करीब 1300 जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं।
-435 नावें, 38 हेलिकॉप्टर भी लगाए गए हैं। 20 विमान संसाधन जुटाने में लगे हैं।
-सेना ने 10 कॉलम और इंजीनियरिंग टास्क फोर्स की 10 टीमें लगाई हैं, जिनमें कुल मिलाकर 790 जवान हैं।
-नौसेना की 82 तथा कोस्ट गार्ड की 42 टीमें दो हेलिकॉप्टर और दो जहाजों के साथ लोगों की मदद कर रही हैं।
-अर्धसैनिक बलों की भी पांच कंपनियों को बचाव और राहत कार्यो में लगाया गया है।
-एनडीआरएफ की 58 टीमों ने अब 10 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है।

फिर भी मदद के लिए लगा रहे गुहार
इन इंतजामों के बावजूद प्रभावित इलाकों में लोग घरों की छतों और अन्य स्थानों पर फंसे हैं। वे खाना और पेयजल की किल्लत झेल रहे हैं। फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए उनके रिश्तेदार और दोस्त मीडिया संस्थानों में फोन कर मदद की गुहार लगा रहे हैं। चेंगान्नूर में कैंप कर रहे राज्य के खाद्य मंत्री पी. थिलोथमन ने मीडिया से कहा कि इस समय लोगों को खाने के पैकेट तथा पेयजल की जरूरत है। जल्द ही नौसेना की 15 छोटी नावें राहत और बचाव कार्य में जुटने की संभावना है। लेकिन शाम के बाद बचाव कार्य संभव नहीं हो पा रहा है। लोगों को जल्दी से निकालने के लिए हेलिकॉप्टरों की जरूरत है।

     

राष्ट्रीय आपदा घोषित हो
कांग्रेस दूसरी ओर, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केरल की बाढ़ को 'राष्ट्रीय आपदा' घोषित करने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा- 'हमारा मानना है कि मोदीजी को बाढ़ राहत में भाजपा और गैर-भाजपा शासित राज्यों में भेदभाव बंद करना चाहिए। यह समय राजनीतिक पक्षपात से ऊपर उठकर केरल और कर्नाटक के लोगों के साथ एक देश के तौर पर खड़ा होने का है।' उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों की कांग्रेस सरकारें राहत कोष में योगदान कर रही हैं तथा पार्टी के सभी सांसद, विधायक, विधान पार्षद एक महीने का अपना वेतन राहत कोष में दान करेंगे।

        

बढ़े मदद के हाथ

बाढ़ व भारी बारिश की प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे केरल के लिए मदद के हाथ आगे बढ़े हैं:-

केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्रालय: 100 टन खाने के पैकेट।
महाराष्ट्र : 20 करोड़ रुपये।
यूपीः 15 करोड़ रुपये।
बिहार : 10 करोड़ रुपये।
दिल्ली : दिल्ली के आम आदमी पार्टी के सभी सांसद, विधायक और मंत्री एक माह का वेतन देंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 करोड़ की मदद का पहले ही एलान कर चुके हैं।
गुजरात : 10 करोड़ रुपये।
झारखंड : 5 करोड़ रुपये।
ओडिशा : 245 अग्निशमन सेवाकर्मियों व अफसरों की विशेष टीम केरल भेजी।
एसबीआई : 2 करोड़ रुपये।
उमर अब्दुल्ला : जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विधायक अपना एक माह का वेतन देंगे।
छात्र हनान : कोच्चि के कॉलेज छात्र 21 वर्षीय हनान मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 1.5 लाख रुपये देंगे। अपनी पढ़ाई की जरूरत पूरी करने के लिए हनान मछली बेचने के कारण सोशल मीडिया में चर्चा में आए थे।

केरल में बाढ़

-राज्य के 11 जिलों में फिलहाल राहत के आसार नहीं, रेड अलर्ट जारी 
-प्रधानमंत्री ने किया तत्काल 500 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद का एलान
-एनडीआरएफ ने चलाया अब तक का सबसे बड़ा बचाव व राहत अभियान 
-साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों ने 2 हजार राहत शिविरों में ली शरण

कुल्लू में बादल फटा

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शनिवार को बादल फटने की दो घटनाएं हुई। हालांकि इनमें कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन संपत्तियों और कृषि भूमि को नुकसान हुआ है। एक अधिकारी ने बताया कि ये घटनाएं मणिकरण घाटी के छलाल तथा मनाली के धुंधी में हुई।


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