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योग दिवस पर फिर से दिखी साफ्ट डिप्लोमेसी की ताकत, जमैका से लेकर चीन तक रही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की धूम

इस मौके पर नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की मदद से जो एम-योग एप लांच किया उससे साफ्ट डिप्लोमेसी को और आगे बढ़ाने मदद मिलेगी। अब दुनिया में हर कोने में स्थित व्यक्ति को भारत सरकार योग सीखने में मदद कर सकती है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 08:54 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 08:56 PM (IST)
योग दिवस पर फिर से दिखी साफ्ट डिप्लोमेसी की ताकत, जमैका से लेकर चीन तक रही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की धूम
सऊदी अरब में योग को प्रचारित करने के लिए दोनों देशों में समझौता

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 21 जून, 2021 सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चीन के कई शहरों में सावर्जनिक तौर पर बड़ी संख्या में लोगों की तरफ से योग करना और सऊदी अरब में योग को बढ़ावा देने के लिए भारत व सऊदी अरब सरकार के बीच किया गया समझौता इस बात का उदाहरण है कि योग को लेकर भारत की साफ्ट डिप्लोमेसी एक नये मुकाम की तरफ बढ़ रही है।

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भारतीय दूतावासों व मिशनों ने जो सूचनाएं भेजी हैं उससे लगता है कि जमैका से लेकर मंगोलिया तक के सभी छोटे-बड़े देशों में पहले के मुकाबले ज्यादा धूम-धाम से योग दिवस का संचालन किया गया है और इसमें भारतीय मिशनों के प्रतिनिधियों ने खास भूमिका निभाई।

इस मौके पर नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की मदद से जो एम-योग एप लांच किया उससे साफ्ट डिप्लोमेसी को और आगे बढ़ाने मदद मिलेगी। अब दुनिया में हर कोने में स्थित व्यक्ति को भारत सरकार योग सीखने में मदद कर सकती है।

सऊदी अरब में योग को प्रचारित करने के लिए दोनों देशों में समझौता

भारत सरकार के दुनिया भर में फैले तमाम मिशनों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर के लिए खास कोशिश की है। इसका नतीजा है कि सोमवार को सऊदी अरब जैसे इस्लामिक देश ने अपने यहां योग को प्रचलित करने के लिए भारत सरकार के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत सऊदी अरब में योग से जुड़े पाठ्यक्रम स्थापित करने, शोध व अनुसंधान करने में भारत सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी।

खाड़ी के क्षेत्र में तकरीबन हर देश में योग का आयोजन किया गया लेकिन सउदी अरब इसे संस्थागत तौर पर बढ़ावा देने वाला पहला देश बन गया है। कुवैत, मिस्त्र और कतर की सरकारों की तरफ से भी योग दिवस का आयोजन किया गया। इन सभी इस्लामिक देशों में इस बार योग दिवस पर पहले के मुकाबले ज्यादा लोगों को देखा गया। दक्षिण अमेरिकी देशों व अफ्रीकी देशों में भी योग को लेकर इस बार ज्यादा जोश देखा गया।


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