Move to Jagran APP

रक्षा मंत्रालय करेगा पाक जासूस से बरामद नक्शों की पड़ताल

आइएसआइ एजेंट आसिफ अली की गिरफ्तारी के बाद सेना की गोपनीय सूचनाओं को लेकर खलबली मची हुई है। पाक जासूस से बरामद नक्शे सेना के लिए कितने महत्वपूर्ण है, इसकी पड़ताल के लिए इनको रक्षा मंत्रालय भेजा जाएगा। सेना के अफसरों से भी नक्शों के संबंध में पूछताछ होगी। क्योंकि आसिफ इन नक्शों को पाकिस्तान भेज

By Edited By: Published: Tue, 19 Aug 2014 10:34 PM (IST)Updated: Wed, 20 Aug 2014 07:39 AM (IST)
रक्षा मंत्रालय करेगा पाक जासूस से बरामद नक्शों की पड़ताल

मेरठ, जासं। आइएसआइ एजेंट आसिफ अली की गिरफ्तारी के बाद सेना की गोपनीय सूचनाओं को लेकर खलबली मची हुई है। पाक जासूस से बरामद नक्शे सेना के लिए कितने महत्वपूर्ण है, इसकी पड़ताल के लिए इनको रक्षा मंत्रालय भेजा जाएगा। सेना के अफसरों से भी नक्शों के संबंध में पूछताछ होगी। क्योंकि आसिफ इन नक्शों को पाकिस्तान भेज चुका है। नक्शों को कोर्ट से अनुमति लेकर भेजने की तैयारी पुलिस और एसटीएफ ने शुरू कर दी है।

loksabha election banner

तीन दिन पहले देहलीगेट के पूर्वा फैय्याज अली निवासी आसिफ अली को एसटीएफ और सेना की इंटेलीजेंस के संयुक्त ऑपरेशन में गिरफ्तार किया था। 2007 में आसिफ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़ गया था। आइएसआइ को भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी देने के साथ ही सेना के अफसरों के एकाउंट में रकम डालने का काम भी वह कर रहा था। उसे पाक गुप्तचर एजेंसी ने डेबिट कार्ड भी उपलब्ध कराया हुआ था। आसिफ के जेल चले जाने के बाद भी पुलिस और एसटीएफ संयुक्त रूप से 'ऑपरेशन सर्च' चलाकर आसिफ के खिलाफ सबूत एकत्र कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि आसिफ से और किस का संपर्क है। सबसे पहले तो आसिफ से बरामद किए सेना के नक्शों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

एसटीएफ मानकर चल रही है, जो नक्शे आसिफ के पास से बरामद हुई उसकी फोटो प्रति आइएसआइ को भेजी जा चुकी है। एसटीएफ नक्शों के बारे में सेना के अफसरों से भी पूछताछ करेगी कि, उनकी सेना के लिए कितनी महत्ता है। साथ ही अदालत से अनुमति लेने के बाद नक्शों को रक्षा मंत्रालय को भेजने की तैयारी की जा रही है। रक्षा मंत्रालय ही सेना के नक्शों के बारे में पड़ताल कराएगा। पता लगाया जाएगा कि, नक्शा कितना महत्वपूर्ण है, और यह किस स्तर के अफसर की गलती से आसिफ तक पहुंचा है। यह भी जांच होगी कि नक्शा आइएसआइ के पास पहुंचने से भारतीय सेना को इसका क्या नुक्सान हो सकता है। इसके अलावा आसिफ से जुड़े दूसरे शख्स पर भी निगाह रखी जा रही है।

पढ़ें: पाकिस्तान भागने की फिराक में था आइएसआइ का जासूस

पढ़ें: एसटीएफ ने पाकिस्तानी आइएसआइ एजेंट को मेरठ से किया गिरफ्तार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.