Move to Jagran APP

अभी बची रहेगी IRCTC के 500 हॉस्पिटैलिटी सुपरवाइजरों की नौकरी, आदेश को ठंडे बस्ते में डाला

IRCTC ने 25 जून को अपने सभी जोनल कार्यालयों को कहा था कि मौजूदा स्थिति में इन अनुबंधित कर्मचारियों की जरूरत नहीं है। वहीं अब इस फैसले को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 11:54 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 12:00 AM (IST)
अभी बची रहेगी IRCTC के 500 हॉस्पिटैलिटी सुपरवाइजरों की नौकरी, आदेश को ठंडे बस्ते में डाला
अभी बची रहेगी IRCTC के 500 हॉस्पिटैलिटी सुपरवाइजरों की नौकरी, आदेश को ठंडे बस्ते में डाला

नई दिल्ली, प्रेट्र। रेलवे की खानपान व पर्यटन इकाई IRCTC के 500 से ज्यादा हॉस्पिटैलिटी सुपरवाइजरों के लिए खुशखबरी है। आइआरसीटीसी ने उनकी सेवा समाप्ति संबंधी अपने फैसले को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि ज्यादार सुपरवाइजरों का अनुबंध इस साल के अंत तक खत्म हो जाएगा और उसके बाद उनका नवीनीकरण शायद ही किया जाए।

loksabha election banner

आइआरसीटीसी ने वर्ष 2018 में करीब 560 हॉस्पिटैलिटी सुपरवाइजरों की दो साल के अनुबंध पर नियुक्ति की थी। इनका काम चलती ट्रेन में पैंट्री कार की व्यवस्था, खाने की तैयारी, उसकी गुणवत्ता की जांच, यात्रियों की शिकायतों का समाधान और खाने की कीमत अधिसूचित मूल्य के अनुरूप लिया जाना सुनिश्चित करना था। आइआरसीटीसी ने 25 जून को अपने सभी जोनल कार्यालयों को लिखे पत्र में कहा था कि मौजूदा स्थिति में इन अनुबंधित कर्मचारियों की जरूरत नहीं है। इन्हें एक महीने का नोटिस देकर इनकी सेवा समाप्त कर दी जाए। आइआरसीटीसी के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि इस फैसले को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

वेतन में की जाए कटौती पर नौकरी से न निकाला जाए

हालांकि, सूत्रों का कहना है कि आइआरसीटीसी की तरफ से पत्र जारी होने के अगले ही दिन 26 जून को कई सुपरवाइजरों की सेवा समाप्त की जा चुकी है। उधर, कर्मचारियों ने आइआरसीटीसी को पत्र लिखकर कहा है कि चाहे तो उनके वेतन में 5-15 फीसद तक की कटौती कर ली जाए, लेकिन उन्हें नौकरी से न निकाला जाए। कर्मचारियों ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से भी मदद की गुहार लगाई है।

गौरतलब है कि आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) द्वारा साल 2018 में इन सुपरवाइजरों को रेलगाड़ियों में ठेकेदारों द्वारा परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए नियुक्त किया गया है। इनका काम ट्रेनों के खानपान वाले कोच के संचालन की निगरानी करना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.