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Indian Railway: कालका-शिमला मार्ग पर चली पारदर्शी छत वाली ट्रेन, निहारें कुदरत का नजारा

Indian Railway लिहाजा ट्रेन में बैठकर बाहर कुदरत की अनुपम छटा और आसमान के नजारे दिल खुश करने वाले होते हैं। इसके कोच कालका की रेलवे वर्कशॉप में तैयार किए हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Thu, 26 Dec 2019 09:16 AM (IST)Updated: Thu, 26 Dec 2019 08:01 PM (IST)
Indian Railway: कालका-शिमला मार्ग पर चली पारदर्शी छत वाली ट्रेन, निहारें कुदरत का नजारा
Indian Railway: कालका-शिमला मार्ग पर चली पारदर्शी छत वाली ट्रेन, निहारें कुदरत का नजारा

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। Indian Railway: विश्व धरोहर कालका शिमला रेललाइन पर बुधवार को विस्टाडोम ट्रेन शुरू हो गई। विस्टाडोम एक साल तक चलती रहेगी। यात्री सुंदर वादियों का नजारा लेते हुए छह घंटे में कालका से शिमला पहुंचे। पहले दिन देशविदेश के 90 यात्री पहुंचे। ट्रेन सिर्फ बड़ोग स्टेशन पर रुकी। वापसी पर शिमला से कालका के लिए 46 यात्री रवाना हुए। विस्टाडोम में एक सप्ताह तक वेटिंग चल रही है।

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कांच से बनी है छत

विस्टाडोम कोच की छत कांच की बनी है। इसकी खिड़कियां भी पूरी तरह से पारदर्शी हैं। लिहाजा ट्रेन में बैठकर बाहर कुदरत की अनुपम छटा और आसमान के नजारे दिल खुश करने वाले होते हैं। इसके कोच कालका की रेलवे वर्कशॉप में तैयार किए हैं।

कब चलेगी ट्रेन

कालका से शिमला: सुबह सात बजे चलकर 12:15 बजे पहुंचेगी।

शिमला से कालका: 3:15 बजे चलकर 9:15 पर पहुंचेगी।

शिमला से 52460 और कालका से 52459 नंबर से चलेगी।

कालका-शिमला रेललाइन

1903 कालका-शिमला रेललाइन शुरू हुई थी

18 स्टेशन रेललाइन के पूरे सफर में

103 सुरंगे इस ट्रैक में इतनी सुरंगे कही जाती हैं, लेकिन असलियत में 102 सुरंगे हैं। 46 नंबर की सुरंग नहीं हैं।

विस्टाडोम को कैमरे में कैद करने का क्रेज

पर्यटकों के अलावा स्थानीय लोगों में भी विस्टाडोम ट्रेन के पहली बार ट्रैक पर चलने के दृश्यों को कैमरे में कैद करने का क्रेज दिखा। लोगों ने विस्टाडोम के कई चित्र खींचे। चंडीगढ़, नई दिल्ली, नागपुर के निवासियों के अलावा कुछ विदेशी नागरिकों ने भी इस ट्रेन से सफर किया। विस्टाडोम में सफर करने वाले पर्यटकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पर्यटकों ने देवदार और चीड़ के जंगल व पहाडिय़ों को कैमरे में कैद कर इस सफर को यादगार बना लिया। कुछ पर्यटकों ने विस्टाडोम के शुरू होने पर ही इसमें बुङ्क्षकग करवाकर शिमला घूमने का कार्यक्रम बनाया था।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

विस्टाडोम से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। रोमांच भरे इस सफर को पर्यटक प्राथमिकता देते हैं। विस्टाडोम शुरू होने से इसमें सफर करने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहले ही दिन ट्रेन पूरी भरकर आई।

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाई ट्रेन

देश की पहली विस्टाडोम ट्रेन बुधवार को चलाई गई। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तर रेलवे ने यह कदम उठाया है। इसकी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।

-प्रिंस सेठी, अधीक्षक, शिमला रेलवे स्टेशन

विपरीत दिशा में नहीं बैठ सकते

ट्रेन की खूबी है कि किसी भी यात्री को अगेंस्ट द मोशन यानी विपरीत दिशा में मुंह कर नहीं बैठना होगा। सीटों को घुमाने की सुविधा है। इंजन की ओर सीट को घुमाकर बैठ सकते हैं।

(इनपुट-तारा चंद, शिमला)


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