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Covid Vaccine: ड्रोन से दुर्गम इलाकों के साथ देश के आखिरी छोर पर पहुंचाई जाएगी वैक्सीन, प्रायोगिक जांच पूरी

एचएलएल इंफ्राटेक के मुताबिक इस करार का उद्देश्य मुख्य रूप से ड्रोन के जरिये मेडिकल सप्लाई नेटवर्क को स्थापित करना है ताकि पहुंच से दूरदराज वाले इलाकों में वैक्सीन और अन्य आवश्यक दवाइयां पहुंचाई जा सकें। इससे देश में मेडिकल सप्लाई डिलीवरी मॉडल तैयार होगा।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 08:53 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 10:52 PM (IST)
Covid Vaccine: ड्रोन से दुर्गम इलाकों के साथ देश के आखिरी छोर पर पहुंचाई जाएगी वैक्सीन, प्रायोगिक जांच पूरी
ड्रोन से देश के आखिरी छोर तक पहुंचाई जाएगी वैक्सीन। फाइल फोटो।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। Vaccine Delivered by Drone: देश के दुर्गम इलाकों में रहने वालों को भी कोरोना वैक्सीन देने की तैयारी शुरू हो गई है। दुर्गम इलाकों के साथ देश के आखिरी छोर पर रहने वाले नागरिकों के लिए ड्रोन से वैक्सीन पहुंचाई जाएगी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) की तरफ से सरकारी कंपनी एचएलएल की सब्सिडियरी एचएलएल इंफ्राटेक ने ड्रोन संचालित करने वाली कंपनियों से करार करने के लिए टेंडर जारी किया है।

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दूरदराज वाले इलाकों में वैक्सीन और अन्य आवश्यक दवाइयां पहुंचाई जा सकें

आगामी 22 जून को टेंडर खोला जाएगा। एचएलएल इंफ्राटेक के मुताबिक इस करार का उद्देश्य मुख्य रूप से ड्रोन के जरिये मेडिकल सप्लाई नेटवर्क को स्थापित करना है ताकि पहुंच से दूरदराज वाले इलाकों में वैक्सीन और अन्य आवश्यक दवाइयां पहुंचाई जा सकें। इससे देश में मेडिकल सप्लाई डिलीवरी मॉडल तैयार होगा। टेंडर की शर्तों के मुताबिक ड्रोन की रेंज कम से कम 35 किलोमीटर तक की होनी चाहिए, ताकि सामान की डिलीवरी के बाद वह अपने स्टेशन पर वापस आ सके। ड्रोन कम से कम चार किलोग्राम वजन वाले सामान को ढोने में सक्षम होना चाहिए। पैराशूट के इस्तेमाल से डिलीवरी की इजाजत नहीं होगी। ड्रोन का वजन नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के तय मानक के हिसाब से होना चाहिए।

ड्रोन की मदद से दवा पहुंचाने का प्रायोगिक जांच पूरी

टेंडर में सफल कंपनी से आरंभ में 90 दिनों के लिए यह करार होगा। वैक्सीन डिलीवरी सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए आइसीएमआर पहले ही आइआइटी कानपुर के साथ मिलकर ड्रोन की मदद से दवा पहुंचाने का प्रायोगिक जांच कर चुकी है। उस जांच के अध्ययन के आधार पर आइसीएमआर ने ड्रोन से वैक्सीन पहुंचाने का मानक तय किए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए ही ड्रोन से वैक्सीन पहुंचाने के लिए टेंडर जारी किया गया है।

कोरोना के मरीजों में आई कमी

उधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के लगभग सभी राज्यों में कोरोना महामारी की दूसरी लहर थम गई है। सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट आ रही है और पिछले एक दिन में इसमें 54,531 की और गिरावट आई है। सिर्फ पांच राज्यों यानी महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश को छोड़कर शेष सभी राज्यों में पांच हजार से कम नए मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से भी ज्यादातर राज्यों में नए मामलों की संख्या दो हजार से भी कम है।


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