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Flood in MP: चंबल में उफान का खतरा बरकरार, पांच करोड़ में बना नया बांध भरते ही फूटा

बचाव दल काम में जुटे हुए हैं। सुबह से 300 से ज्यादा ग्रामीणों को निकाला जा चुका है। जौरा तहसील के सिमरौदा गांव में बुधवार-गुरुवार की रात मकान ढहने से 48 वर्षीय बैकुंठी बाई रावत की मौत हो गई। पति व बेटा घायल हो गए हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 11:43 PM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 11:43 PM (IST)
Flood in MP: चंबल में उफान का खतरा बरकरार, पांच करोड़ में बना नया बांध भरते ही फूटा
शिवपुरी- श्योपुर और दतिया में बाढ़ के बाद स्थितियां तेजी से सामान्य होने की ओर

मुरैना, जेएनएन। ग्वालियर चंबल अंचल के शिवपुरी- श्योपुर और दतिया में बाढ़ के बाद स्थितियां तेजी से सामान्य हो रही हैं, हालांकि भिंड और मुरैना में चंबल नदी के खतरे के निशान से ऊपर बहने से खतरा बरकरार है। यहां बाढ़ से घिरे गांवों से लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील के रामपुर क्षेत्र के जारौली गांव में पांच करोड़ की लागत से तीन माह पहले ही बनकर तैयार हुआ बांध पानी भरते ही फूट गया है। मुरैना में रातभर चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नौ मीटर ऊपर रहा। सुबह नौ बजे के बाद से जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है।

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बचाव दल काम में जुटे हुए हैं। सुबह से 300 से ज्यादा ग्रामीणों को निकाला जा चुका है। जौरा तहसील के सिमरौदा गांव में बुधवार-गुरुवार की रात मकान ढहने से 48 वर्षीय बैकुंठी बाई रावत की मौत हो गई। पति व बेटा घायल हो गए हैं। प्रभारी मंत्री भारत कुशवाह ने कलेक्टर-एपी को लेकर जौरा, कैलारस और सबलगढ़ क्षेत्र का दौरा किया।

मुरैना-सबलगढ़ रोड पर नेपरी गांव के पास बना पुल, देवगढ़ थाना क्षेत्र का तोर-तिलावली पुल व मुरैना-अंबाह के बीच क्वारी नदी का दिमनी पुल क्षतिग्रस्त होने से आवागमन बंद है। भिंड में 50 गांवों से सात हजार लोगों को गुरुवार की शाम तक सुरक्षित निकाला जा चुका है। वहीं, चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से अटेर तहसील के नौ गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं।

बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राहत कार्य शुरू

ग्वालियर-झांसी मार्ग शुरू दतिया के सेवढ़ा क्षेत्र में सिंध नदी का पानी लगभग छह फीट नीचे उतर गया है। इसकी मुख्य वजह शिवपुरी से पानी कम छोड़ा जाना है। जनजीवन भी तेजी से सामान्य हो रहा है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में अब बचाव कार्य पूरी तरह से बंद कर राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं, जिन 35 गांव में बाढ़ का प्रकोप था, उन गांवों में राहत सामग्री और भोजन के पैकेट भेजे जा रहे हैं।

डबरा-दतिया हाई-वे के पुराने पुल से होकर वाहनों को आने-जाने दिया जा रहा है। दोनों ही पुल के किनारों पर ग्वालियर और दतिया पुलिस अभी भी डटी हुई है। शिवपुरी में गुरवार को प्रशसान की टीमें लोगों तक राहत पहुंचाने का काम में जुटी रहीं।


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