सैयद सलाहुद्दीन और अन्य आतंकियों की संपत्तियां जब्त, टेरर फंडिंग मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई
टेरर फंडिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सैयद सलाहुदीन और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ परिसंपत्तियों को जब्त कर लिया है।
श्रीनगर, जेएनएन। प्रवर्तन निदेशालय ने जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सैयद सलाहुदीन और उससे संबंधित लोगों के खिलाफ टेरर फंडिंग मामले में कार्रवाई करते हुए आठ परिसंपत्तियों को जब्त कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि यह सभी परिसपंत्तियां अनंतनाग, सोपोर और बांडीपोर में हैं। इनको कुछ समय पूर्व प्रोविजनल तौर पर अटैच किया गया था और प्राधिकरण की पुष्टि के बाद निदेशालय ने कब्जे में ले लिया है। गुलाम कश्मीर में रह रहे गुलाम नबी खान उर्फ आमिर खान की अनंतनाग जिले में नौ कनाल जमीन ईडी ने कब्जे में ली है।
इसी साल मार्च महीने में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सैयद सलाहुद्दीन की जम्मू-कश्मीर स्थित 13 संपत्तियों को जब्त किया था। सलाहुद्दीन का आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन विश्वभर में प्रतिबंधित है। उस वक्त ईडी ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत 1.22 करोड़ रुपए मूल्य की इन संपत्तियों को अस्थाई रूप से जब्त करने का आदेश जारी किया था। ये बांदीपोरा के रहने वाले मोहम्मद शफी शाह एवं राज्य के छह अन्य लोगों के नाम पर थीं। इन सभी लोगों पर हिजबुल के लिए काम करने के आरोप लग चुके हैं।
ईडी के मुताबिक, हिजबुल मुजाहिदीन जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा सक्रिय आतंकी संगठन है। इसका स्वयंभू कमांडर सैयद सलाहुद्दीन पाकिस्तान के रावलपिंडी में रहता है। उस पर आतंकियों और अलगाववादियों की फंडिंग के आरोप लग चुके हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि सलाहुद्दीन आतंकियों के लिए ट्रस्ट जेकेएआरटी (जम्मू-कश्मीर पीड़ित राहत ट्रस्ट) के जरिए पैसा चुटाता है। इस काम में आईएसआई एवं अन्य पाकिस्तानी संस्थाएं मदद करती हैं। जांच में पाया जा चुका है कि भारत में आतंकियों के लिए पैसा हवाला एवं अन्य तरीकों के जरिये आता है।