हवाला के जरिए दिल्ली और मुंबई भेजी गई करोड़ों की राशि
मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल के दौरान अरबों रुपए का यह कालाधन जिन लोगों में बांटा गया उन सभी की आर्थिक कुंडली भी खंगाली जा रही है।
भोपाल (मप्र)। नईदुनिया स्टेट ब्यूरो। आयकर विभाग ने करीब 500 करोड़ रुपए के हवाला कारोबार की गुत्थी सुलझाने में अपने खुफिया एवं आपराधिक इन्वेस्टीगेशन सहित बेनामी संपत्ति विंग को भी सक्रिय कर दिया है। प्रकरण से जिन लोगों के तार जुड़े हैं उन सभी की छानबीन की जा रही है। हवाला के जरिए मुंबई और दिल्ली की पार्टियों को मोटी रकम भेजे जाने का ब्योरा भी सामने आया है। विभाग अब यह तलाश रहा है कि इसके बाद यह रकम कहां-कहां भेजी गई।
मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल के दौरान अरबों रुपए का यह कालाधन जिन लोगों में बांटा गया उन सभी की आर्थिक कुंडली भी खंगाली जा रही है। जांच अधिकारियों को इस बात के संकेत भी मिले हैं कि हवाला का पैसा चुनाव से जुड़े लोगों के बीच भी बांटा गया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस सनसनीखेज मामले में जबलपुर के हवाला ऑपरेटर के यहां मिले दस्तावेजों की छानबीन शुरू कर दी गई है। उसके यहां से जब्त किए गए कम्प्यूटर और हार्ड डिस्क को भी देखा जा रहा है।
विभाग ने जबलपुर के हवाला कारोबारी पंजू गोस्वामी के यहां छापामारी के दौरान मिली सभी डायरियों और दस्तावेजों में मौजूद संबंधित सभी लोगों को राडार पर ले लिया है। इन सभी की आर्थिक कुंडली खंगाली जा रही है। विभाग की खुफिया एवं आपराधिक इन्वेस्टीगेशन विंग के साथ ही बेनामी संपत्ति यूनिट ने भी छानबीन शुरू कर दी है। इसमें बेनामी संपत्ति का एंगल भी देखा जा रहा है।
बिना खरीद-फरोख्त के जिन लोगों के बिल काटे गए हैं उन सभी को आयकर विभाग में बुलाकर पूछताछ की जाएगी। ऐसे संदिग्ध लोगों की सूची बनाई गई है और उन्हें नोटिस भेजकर तलब किया जाएगा। विभाग ने पिछले छह साल के आयकर रिटर्न का ब्योरा भी निकलवा लिया है, उन सभी के आर्थिक लेनदेन और बैलेंसशीट का आकलन किया जा रहा है।
आयकर विभाग के अफसरों ने मुख्य चुनाव आयुक्त को दिया ब्योरा
आयकर विभाग इन्वेस्टीगेशन विंग के महानिदेशक एसके गुप्ता और प्रधान निदेशक पतंजलि झा ने मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से मिलकर विभाग की कार्रवाई का ब्योरा सौंपा। आयकर विभाग ने चार दिन से चल रही कार्रवाई के दौरान प्रदेश के कई शहरों में सर्वे की कार्रवाई की है। इसी दौरान जबलपुर में हवाला कारोबार की भनक लगते ही छापे की कार्रवाई की गई जिसमें करीब 500 करोड़ रुपए की रकम इधर-उधर भेजे जाने की जानकारी मिली। इस कार्रवाई पर चुनाव आयोग की टीम ने भी संतोष जताया।