श्रीनगर और हंदवाड़ा में आतंकी हमले, ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के बाहर फेंका ग्रेनेड, पांच घायल
लॉकडाउन के बीच आतंकियों ने बुधवार रात को ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के नौहट्टा स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर ग्रेनेड हमला किया।
श्रीनगर, जेएनएन। लॉकडाउन के बीच आतंकियों ने बुधवार रात को ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के नौहट्टा स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर ग्रेनेड हमला किया। हमले में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के सब इंस्पेक्टर समेत चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इसी दौरान उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में भी आतंकियों ने एक पूर्व एसपीओ (स्पेशल पुलिस आफिसर) को गोली मारकर जख्मी कर दिया। इन हमलों की अभी किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
सुरक्षा बलों को बनाया निशाना
जानकारी के अनुसार, रात करीब नौ बजे आतंकियों ने नौहट्टा में जामिया मस्जिद के मुख्य गेट के पास तैनात एसएसबी और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक संयुक्त दस्ते पर ग्रेनेड फेंका। ग्रेनेड जवानों के पास गिरा और एक जोरदार धमाके के साथ फट गया। इसमें एसएसबी का सब इंस्पेक्टर अनुराग राव, हेड कांस्टेबल सनांता कुमार और कांस्टेबल दुर्गेश के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस का कांस्टेबल अब्दुल मजीद जख्मी हो गए। विस्फोट की आवाज सुनते ही निकटवर्ती थाने से पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई।
तलाशी अभियान जारी
पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया, जो रात गए तक जारी रहा। इस बीच, घायल सुरक्षाकर्मियों को पुलिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। इससे पूर्व उत्तरी कश्मीर के बेगीपोरा, (हंदवाड़ा) में रात सवा आठ बजे स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों का एक दल दाखिल हुआ। आतंकियों ने हबीबुल्ला बेग के मकान का दरवाजा खटखटाया। जैसे ही हबीबुल्ला ने दरवाजा खोला आतंकी भीतर दाखिल हो गए।
देखते ही देखते कर दी गोलियों की बौछार
आतंकियों ने उसके बेटे अली मोहम्मद बेग को बुलाया और उसे देखते ही गोलियों की बौछार कर दी। आतंकी उसे मरा समझकर वहां से चले गए। इस बीच, गोलियों की आवाज सुनकर अली मोहम्मद की मां जैसे ही आंगन में पहुंची, बेटे को खून से लथपथ देख अचेत हो गई। उसे हृदयाघात हुआ बताया जा रहा है। मां-बेटे दोनों को उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अली मोहम्मद पहले पुलिस में एसपीओ था और कुछ समय पहले उसने यह नौकरी छोड़ दी थी।
आतंकी हमले बढ़े, कमांडर उमर फिदायी ढेर
कश्मीर में इन दिनों आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है। इससे पहले दक्षिण कश्मीर में शोपियां के मलूरा में मंगलवार को शुरू हुई मुठभेड़ करीब 19 घंटे तक चली जिसमें बुधवार दोपहर अंसार गजवात उल हिंद (एजीएच) के ऑपरेशनल कमांडर उमर फिदायी मारा गया। इस मुठभेड़ में दो आतंकी मंगलवार रात ही मार दिए गए थे। आतंकियों से दो एसाल्ट राइफलें, एक रिवाल्वर व अन्य साजो सामान जब्त किया गया है। वहीं, मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी और दो स्थानीय नागरिक जख्मी हुए हैं। दो मकान पूरी तरह तबाह हो गए। मारे गए आतंकियों में एजीएच का जिला कमांडर बुरहान कोका, नासिर और उमर फिदायी हैं। दावा किया जा रहा है कि उमर ही अंसार गजवात उल हिंद का ऑपरेशनल कमांडर गाजी इब्राहिम है।
एक साल में एजीएच के तीन प्रमुख कमांडर ढेर
बीते 10 दिनों में एजीएच को यह दूसरा बड़ा झटका है। बीते 22 अप्रैल को मलूरा गांव में ही उसके चार आतंकी मारे गए थे। बुरहान भी इसी गांव का है, जबकि नासिर अनंतनाग के अरवनी का रहने वाला था। उमर काकपोरा (पुलवामा) का बताया जा रहा था। पुलिस ने स्वजनों को शवों के शिनाख्त के लिए बुलाया है। तीनों शवों को वह खुद दफनाएगी। अल कायदा ने जुलाई 2017 में अंसार गजवात-उल-हिंद के गठन का एलान कर हिजबुल के बागी जाकिर मूसा को कमांडर घोषित किया था। जाकिर 24 मई 2019 को त्राल में अपने घर से कुछ ही दूरी पर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसके बाद अल कायदा ने हमीद ललहारी को एजीएच का कमांडर घोषित किया जो 22 अक्टूबर 2019 को मारा गया। उसके बाद एजीएच की कमान गाजी इब्राहिम को सौंपी गई थी।
आठ दिन में 16 आतंकी ढेर
बीते 22 अप्रैल को शोपियां में अंसार गजवाल उल ¨हद के चार आतंकी मारे गए थे। 24 अप्रैल को कुलगाम में दो, 25 को अवंतीपोरा में तीन, 26 अप्रैल को कुलगाम में एक आतंकी, 27 अप्रैल को कुलगाम में टीआरएफ जेके के ऑपरेशल कमांडर समेत तीन आतंकी मारे गए। 28-29 अप्रैल को शोपियां में अंसार गजवाल उल ¨हद के तीन आतंकी मारे गए हैं।
पाकिस्तानी सेना ने दागे मोर्टार
पाकिस्तानी सेना ने बुधवार शाम पुंछ के शाहपुर किरनी, मेंढर व मनकोट सेक्टर में भारी गोलाबारी शुरू कर दी। शाम करीब पांच बजे शाहपुर किरनी सेक्टर में भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाकर गोलाबारी शुरू की। थोड़ी देर बाद रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर मोर्टार दागे गे। कुछ समय बाद मेंढर व मनकोट सेक्टर में भी गोलाबारी शुरू कर दी। भारतीय सेना के जवान भी गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।