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Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Project: समुद्र के नीचे सुरंग बनाने के लिए 7 भारतीय कंपनियों ने जताई इच्छा

अब तक 7 भारतीय कंपनियों ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉपरेशन के तहत समुद्र के नीचे सुरंग के निर्माण में इच्छा जताई है। बता दें कि बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्य प्रगति पर है। समुद्र के नीचे सुंरग बुलेट ट्रेन के निर्माण के लिए टैंडर जारी किया जाना है।

By Pooja SinghEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 01:35 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 01:39 PM (IST)
Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Project: समुद्र के नीचे सुरंग बनाने के लिए 7 भारतीय कंपनियों ने जताई इच्छा
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के लिए समुद्र के नीचे सुरंग बनाने के लिए 7 भारतीय कंपनियों ने जताई इच्छा

नई दिल्ली, आइएएनस। Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Project: नेशनल हाईस्पीड रेल कॉपरेशन लिमिटेड (National High Speed Rail Corporation Limited) के तहत मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्य प्रगति पर है। समुद्र के नीचे सुंरग के नीचे इस बुलेट ट्रेन के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया जाना है। अधिकारियों ने सोमवार बताया कि अब तक 7 भारतीय कंपनियों ने समुद्र के नीचे सुरंग के निर्माण में इच्छा जताई है।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुरंग के निर्माण के लिए 19 फरवरी, 2021 तक बोलियां आमंत्रित की गई हैं। इस परियोजना के तहत महाराष्ट्र में बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से कल्याण शिलफाटा तक 21 किमी लंबा अंडरग्राउंड कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसका लगभग 7 किमी हिस्सा ठाणे में समुद्र के आसपास है। वहीं पानी के अंदर 1.8 किमी लंबी सुरंग बनेगी। वहीं बाकी हिस्से को दोनों ओर दलदली जमीन पर निर्माण किया जाना है। फिलहाल अभी जो टेंडर जारी किए हैं वह सुरंग निर्माण के लिए है। रिपोर्ट की मानें तो एनएचएसआरसीएल, राइट्स और जापान की कावासाकी जियोलॉजिकल इंजीनियरिंग फर्म की एक टीम ने समुद्र के नीचे सुरंग बनाने के लिए जांच की थी।

मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन के 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना जताई गई है। बताय जा रहा है कि यह लगभग दो घंटे में 508 किलोमीटर की दूरी तय कर लेगी। बता दें कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 14 सितंबर, 2017 को 1.08 लाख करोड़ रुपए (17 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। इसके बाद इस तरफ कार्य प्रगति पर है। 


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