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अब साड़ी पर कोट पहनने को मजबूर नहीं होंगी शिक्षिकाएं: केरल महिला आयोग

साड़ी पर कोट पहनने से इंकार करने पर शिक्षिका को स्‍कूल मैनेजमेंट ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 12 Jan 2018 09:55 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jan 2018 04:17 PM (IST)
अब साड़ी पर कोट पहनने को मजबूर नहीं होंगी शिक्षिकाएं: केरल महिला आयोग
अब साड़ी पर कोट पहनने को मजबूर नहीं होंगी शिक्षिकाएं: केरल महिला आयोग

तिरुअनंतपुरम (एजेंसी)। केरल के एक स्‍कूल के मैनेजमेंट द्वारा सर्कुलर जारी किया गया जिसके तहत शिक्षिकाओं से साड़ी के साथ कोट पहनने को कहा गया जिसपर महिला शिक्षिकाओं ने तो आपत्‍ति जतायी ही साथ ही केरल महिला आयोग ने भी इसे गलत और सरकारी सर्कुलर के खिलाफ बताया।

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स्‍कूल द्वारा जारी इस सर्कुलर में शिक्षिकाओं से कहा गया- उचित कपड़े पहनें यह आपके पेशे के लिए आवश्‍यक है। आप शिक्षण के पेशे में गरिमा, संस्कृति, परंपरा और लोकाचारों को बनाए रखने में सहायक हैं। आपको छात्रों के लिए एक उदाहरण स्‍थापित करना है।

सेंट मैरी हाई स्कूल, पटनामथिट्टा ने महिला शिक्षकों के साड़ी पर कोट पहनने को कहा था। इसके खिलाफ केरल महिला आयोग की सदस्य शाहिदा कमाल ने अपने आदेश में कहा है कि स्कूल को ऐसा निर्देश देने का कोई अधिकार नहीं है, जो सरकारी सर्कुलर के खिलाफ है।

दरअसल, स्कूल की एक शिक्षिका बीना द्वारा साड़ी पर कोट पहनने से इंकार करने पर प्रबंधन ने कारण बताओ नोटिस दिया था। इसके बाद शिक्षिका ने आयोग में शिकायत की थी। उसने अपनी शिकायत में कहा कि उसे कोट पहनने में कुछ शारीरिक परेशानियां हैं। उसने यह भी कहा कि पुरुष शिक्षकों या स्टाफ को ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है। आयोग की सदस्य कमाल ने स्कूल का दौरा कर सबूत जुटाए और इसके बाद आदेश जारी किया।

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