टीसी पर यात्री से रुपये छीनकर मारपीट का आरोप, जांच जारी
पश्चिम एक्सप्रेस में सूरत जाने के लिए सवार हुए थे एटा के मामा-भांजे।
रतलाम, जेएनएन। मध्य प्रदेश के रतलाम रेलवे स्टेशन पर टीसी के समूह पर यात्री मामा-भांजे के साथ टिकट चेकिंग के नाम पर जमकर मारपीट किए जाने का आरोप लगा है। पीडि़तों का आरोप है कि उनसे पर्स छीनकर रुपये निकाल लिए गए तथा उनको घसीटते हुए हेड टीसी ऑफिस ले जाया गया। मामला बढ़ता देख टीसी ने यात्री की जुर्माना रसीद बना दी।
जैसे-तैसे पीड़ित जीआरपी थाने पहुंचे तथा आवेदन दिया। बाद में डीआरएम ऑफिस आकर डीसीएम एनआर मीणा से भी संपर्क किया। घटना के बाद वाणिज्य विभाग ने सीसीटीवी कैमरे खंगालने आरपीएफ की मदद ली। इसमें टीसी समूह की पहचान हुई है। इनमें से दो टीसी को डीआरएम ऑफिस बुलवा लिया गया, जबकि शेष की पहचान की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के एटा जिला निवासी यात्री लक्ष्मीकांत ने बताया वे भांजे के साथ सूरत जा रहे थे। आगरा से सूरत के लिए सीधी ट्रेन नहीं थी, इसलिए मथुरा आकर वहां से जनरल टिकट लेकर पश्चिम एक्सप्रेस पकड़ी। मथुरा में बारिश की वजह से पीछे के दिव्यांग कोच में फर्श पर बैठ गए। शुक्रवार सुबह चार बजे ट्रेन रतलाम प्लेटफॉर्म नंबर चार पर रुकी। तब यहां टिकट चेकिंग के लिए चार कर्मचारी आए।
उन्होंने टिकट देखा तो चिल्लाने लगे कि इस कोच में बैठने का टिकट आपके पास नहीं है। उनसे कोच में ही मारपीट शुरू कर दी गई। भांजे का पर्स निकालकर 1100 रुपये छीन लिए। विरोध करने पर घसीटते हुए उन्हें हेड टीसी ऑफिस लाए। वहां भी मारपीट की गई। सुबह 4.40 बजे उन्होंने सहायता नंबर 182 पर संपर्क किया। वहां से जीआरपी जाने को कहा गया। पूछताछ कार्यालय पर आकर जीआरपी थाने का पता पूछा। तभी पूछताछ कार्यालय से उक्त टीसी को खबर कर दी गई।
वहां हरविंदर एवं प्रदीप पाटिल नामक टीसी आए। दोनों ने उन्हें दोबारा पकड़ा तथा जुर्माने की रसीद बनाकर भांजे से हस्ताक्षर करवा लिए। वहां से जैसे-तैसे निकलकर वे जीआरपी थाने गए तथा लिखित आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई।
रतलाम डीआरएम विनीत गुप्ता ने कहा, 'मामले में अधिकारियों से जानकारी ली गई है। सीसीटीवी फुटेज निकलवाए गए हैं। इसे देखकर यह नहीं कहा जा सकता कि चेकिंग कर्मचारी दोषी नहीं है। यात्री ने जीआरपी में भी शिकायत की है। वहां से रिपोर्ट आने पर संबंधित आरोपितों पर कार्रवाई करेंगे।'