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बिना ई-वे बिल का माल पकड़ा तो ट्रेन लेकर भागा ड्राइवर

रेलवे महकमा टैक्स चोरों के साथ किस हद तक मिला हुआ है, रविवार को इसकी बानगी बरेली रेलवे जंक्‍शन पर देखने को मिली। छापामारी के दौरान पार्सल यान की सील पर नाम ही बदल दिया।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 01:55 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 01:55 PM (IST)
बिना ई-वे बिल का माल पकड़ा तो ट्रेन लेकर भागा ड्राइवर
बिना ई-वे बिल का माल पकड़ा तो ट्रेन लेकर भागा ड्राइवर

बरेली(जेएनएन)। रेलवे महकमा टैक्स चोरों के साथ किस हद तक मिला हुआ है, रविवार को इसकी बानगी बरेली रेलवे जंक्‍शन पर देखने को मिली। बिना ई-वे बिल के लाखों रुपये का माल आने की सूचना पर वाणिज्य कर विभाग की टीम ने जंक्शन पर छापा मारा। चेकिंग के दौरान बरेली-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन का ड्राइवर पार्सल यान को अलग कर यार्ड की ओर भाग गया। वाणिज्य कर अधिकारियों की ओर से एफआइआर का दबाव बनाए जाने पर बोगी को वापस प्लेटफॉर्म पर लाया गया। ट्रेन से टैक्स चोरी कर लाया गया करीब 50 लाख रुपये का माल बरामद किया। वाणिज्यकर विभाग के अफसरों ने रेलवे के अधिकारियों व कर्मचारियों पर टैक्स चोरों के दबाव में कार्य करने का आरोप लगाया।

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प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहीं बोगियां, पार्सल यान लेकर चल पड़ा इंजन

सुबह दस बजे दिल्ली से ट्रेन नंबर 54078 (दिल्‍ली-बरेली एक्‍सप्रेस) के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर आते ही वाणिज्य कर विभाग की टीम ने रेलवे के कर्मचारियों से माल उतारने को कहा। जब तक छोटे ब्रेक वैन से माल उतर रहा था, उसी बीच ड्राईवर ने बड़े पार्सल यान को ट्रेन से कटवा लिया। फिर माल से लदी बोगी को वहां से ले भागा। अचानक ट्रेन चलते ही अधिकारी घबरा गए। ड्राइवर पार्सल यान को लेकर यार्ड में चला गया और बाकी ट्रेन प्लेटफॉर्म पर ही खड़ी रह गई।

एफआइआर की दी चेतावनी, तब वापस आया पार्सल यान

वाणिज्‍य कर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर ने मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद से शिकायत की और स्टेशन मास्टर को बताया। पार्सल यान वापस नहीं आने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी दी। तब ड्राइवर पार्सल यान को वापस प्लेटफॉर्म चार पर लेकर आया। वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों ने पुलिस सुरक्षा में पार्सल यान खुलवाया। 

करीब 50 लाख रुपये का माल बरामद

पार्सल यान में लाखों रुपये की कीमत के रेडीमेड गारमेंट्स, होजरी और अन्य परचून सामान के करीब डेढ़ सौ नग निकले। सारा सामान जब्त कर कार्यालय भिजवा दिया गया। सामान की अनुमानित कीमत करीब 50 लाख आंकी गई है। वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यदि माल स्वामी माल छुड़ाने आता है तो माल पर देय कर का दोगुना अर्थदंड जमा करना होगा। यदि माल स्वामी से भिन्न कोई व्यक्ति माल छुड़ाने आता है तो जुर्माने की दर सौ फीसद अर्थ दंड और देय कर है।

 

ऊना एक्सप्रेस के पार्सल यान की सील पर बरेली की जगह कर दिया मुरादाबाद 

जंक्शन पर ट्रेन से माल कब्जे में लेने के दौरान दोपहर करीब 1.10 बजे ऊना एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची। उसमें दो पार्सल यान लगे थे, जिनमें दिल्ली से बरेली के लिए माल बुक था। मौके का फायदा उठाकर कर्मचारियों ने पार्सल यान पर लगी सील पर लिखे 'बीई' (बरेली) में से 'ई' काटकर 'बी' से पहले अलग पेन से 'एम' लिख दिया। उसे 'बीई'  से 'एमबी' (मुरादाबाद) कर दिया। वहीं, कर्मचारियों ने वाणिज्य कर विभाग की टीम को बता दिया कि माल मुरादाबाद के लिए बुक हुआ है। जब तक अधिकारियों ने पार्सल यान खोल कर दिखाने को कहा, तब तक ट्रेन चल पड़ी। तभी अधिकारियों ने मुरादाबाद के अफसरों से फोन पर ट्रेन को चेक करने को कहा। वहां वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों को रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि माल बरेली के लिए ही बुक हुआ है।

अधिकारियों की बात 

रेल महकमा टैक्स चोरी करने वालों के दबाव में काम कर रहा है। पूरे वाकये के बारे में रेल विभाग के अफसरों को लिखा जाएगा। रेलवे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई को भी लिखेंगे। टैक्स चोरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।

-एसपी सिंह, एडिशनल कमिश्नर (एसआइबी), वाणिज्य कर विभाग

ऐसा कहना सर्वथा गलत और आधारहीन है कि ड्राइवर ट्रेन लेकर भाग गया। यह शंटिंग प्रक्रिया परिचालनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए की गई। रेलवे की ओर से वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों का पूरा सहयोग किया गया। वहीं, सील पर नाम बदले के आरोपों की जांच कराई जाएगी। -शरद श्रीवास्तव, एडीआरएम


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