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देश में कोरोना काल में घटने लगा नकद खरीदारी का चलन, टैक्स चोरी व कालेधन पर लगेगा लगाम

पिछले साल के मुकाबले खरीदारी के लिए नकदी इस्तेमाल करने वालों की संख्या में 50 फीसद तक की कमी आई है। लोकल सर्किल ने नकदी के इस्तेमाल को लेकर देश के 300 जिलों में सर्वे किया जिसमें 45000 लोग शामिल हुए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 07:19 PM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 07:19 PM (IST)
देश में कोरोना काल में घटने लगा नकद खरीदारी का चलन, टैक्स चोरी व कालेधन पर लगेगा लगाम
नकदी इस्तेमाल करने वालों की संख्या आधी हुई।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नोटबंदी के जरिये नकदी का प्रचलन कम करने और कालाधन खत्म करने की दिशा में शुरू हुआ प्रयास कोरोना काल में तेजी पकड़ता दिख रहा है। कोरोना संक्रमण के डर से खरीदारी के लिए नकदी के इस्तेमाल में तेजी से गिरावट आई है, जिससे टैक्स चोरी व कालेधन पर लगाम में मदद मिलेगी।

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सर्वे: नकदी इस्तेमाल करने वालों की संख्या आधी हुई

लोकल सर्किल की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले खरीदारी के लिए नकदी इस्तेमाल करने वालों की संख्या में 50 फीसद तक की कमी आई है। लोकल सर्किल ने नकदी के इस्तेमाल को लेकर देश के 300 जिलों में सर्वे किया, जिसमें 45,000 लोग शामिल हुए। आरबीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक भी इस साल अक्टूबर में अब तक का सबसे अधिक डिजिटल भुगतान किया गया। अक्टूबर में 3.86 लाख करोड़ का डिजिटल भुगतान यूपीआइ से किया गया।

48 फीसद लोग 25 फीसद तक मासिक खरीदारी बिना रसीद के करते हैं

सर्वे के मुताबिक, पिछले साल इस दौरान 27 फीसद लोग 50 से 100 फीसद तक मासिक खरीदारी बिना रसीद के कर रहे थे। 2020 में यह संख्या सिर्फ 14 फीसद रह गई। ताजा सर्वे में 48 फीसद लोगों ने बताया कि वे पांच से 25 फीसद मासिक खरीदारी बिना रसीद के करते हैं। 34 फीसद ने बताया कि वे 25 से 50 फीसद खरीदारी बिना रसीद के करते हैं। चार फीसद लोगों ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी।

सब्जी-फल की खरीदारी बिना रसीद के

लोकल सर्किल की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की तरह ही इस साल भी घरेलू सहायकों का भुगतान और सब्जी-फल की खरीदारी बिना रसीद के हो रही है।

ऐसे रुकेगा कालाधन

भारत में तत्काल रूप से कालेधन पर लगाम के उपाय के बारे में पूछने पर 33 फीसद लोगों ने कहा कि प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को आधार से जोड़ देना चाहिए। 38 फीसद ने कहा कि सभी मंत्रियों व सरकारी बाबू एवं उनके परिवार की संपत्ति को सार्वजनिक करना अनिवार्य होना चाहिए।

2000 रुपये के नोट के चलन पर रोक लगना चाहिए

10 फीसद लोगों का मत था कि 2000 रुपये के नोट के चलन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगना चाहिए। सात फीसद लोगों ने 10,000 रुपये से ऊपर की खरीदारी में नकदी के इस्तेमाल पर प्रति खरीदारी दो फीसद टैक्स लगाने की और पांच फीसद ने स्विस बैंक के साथ लोगों के खातों की जांच की वकालत की।


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