सर्पदंश से मृत व्यक्ति के कान में मंत्र फूंकते रहे तांत्रिक, देखते रहे डॉक्टर
मप्र के गुना जिला अस्पताल में तांत्रिक सर्पदंश से मृत एक व्यक्ति को जिंदा करने की कोशिशों में उसके कान में मंत्र फूंकते रहे और डॉक्टर व अन्य स्टाफ देखते रहे।
गुना, जेएनएन। मप्र के गुना जिला अस्पताल में तांत्रिक सर्पदंश से मृत एक व्यक्ति को जिंदा करने की कोशिशों में उसके कान में मंत्र फूंकते रहे और डॉक्टर व अन्य स्टाफ देखते रहे। स्ट्रेचर पर लेटे मृतक की पार्थिव देह की करीब दो घंटे तक झाड़फूं क चलती रही, लेकि न तांत्रिक उसे जिंदा नहीं कर पाए।
कहा जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन ने सर्पदंश के शिकार व्यक्ति का शव स्वजनों को पहले ही सौंप दिया था, लेकिन उन्होंने तांत्रिकों को बुलाकर जहर उतारने का प्रयास करने की बात कही। इसके बाद तांत्रिक अस्पताल पहुंचे और खूब मशक्कत की, जब उनके प्रयास भी निष्फल रहे तो मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। दरअसल मृतक के स्वजनों को उम्मीद थी कि झाड़फूक कर मृतक को जिंदा किया जा सकता है।
दरअसल, नारायणपुरा गांव में नाथूलाल पुत्र शिवलाल बंजारा को बुधवार की सुबह खेत में कीटनाशक का छिड़काव करने के दौरान हाथ में सांप ने डस लिया था। इसके एक घंटे बाद स्वजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने नाथूलाल को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजनों ने फोन करके दो झाड़फूंक करने वाले बुलाए। वे दो घंटे तक झाड़फूंक और मोबाइल फोन के जरिए मंत्र फूंकने ने की क्रिया करते रहे। इस दौरान मंत्रोच्चारण कर मृतक के चेहरे पर पानी भी डाला गया, लेकि न, स्ट्रेचर पर पड़े मृतक के शरीर में वह जान नहीं फूंक सके ।
स्वजन मौत होने की बात मानने को तैयार नहीं थे
अस्पताल प्रशासन के डॉक्टरों का कहना है कि मृतक के शरीर से सांप का जहर उतारने के लिए झाड़फूंक चलती रही। स्वजनों से अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मृतक अब जिंदा नहीं हो सकता है। वह मृतक का पोस्टमॉर्टम कराने दें, लेकि न स्वजन मानने को तैयार नहीं हुए, जिसकी वजह से अस्पताल परिसर में दो घंटे तक झाड़फू क चलती रही।