Move to Jagran APP

Swamitva Scheme: दशरथ के धन्यवाद देते ही पीएम मोदी ने हंसकर जोड़ लिया हाथ

दशरथ ने कहा कि उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि पुरखों की जमीन का मालिकाना हक उसे इतनी आसानी से मिलेगा। पीएम मोदी ने दशरथ से जमीन का कागज न होने से सामने आई परेशानियों के बारे में भी पूछा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 06:15 AM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 06:15 AM (IST)
Swamitva Scheme: दशरथ के धन्यवाद देते ही पीएम मोदी ने हंसकर जोड़ लिया हाथ
मध्य प्रदेश के डिंडौरी में प्रधानमंत्री से बात करने के दौरान पत्नी के साथ बैठे दशरथ (हाथ में माइक) ।

डिंडौरी, राज्‍य ब्‍यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को डिंडौरी जिले के शहपुरा विकासखंड के गुरैया गांव के हितग्राही दशरथ मरावी से वीडियो कॉन्फ्रेंस से चर्चा की। दशरथ भू-संपत्ति मालिकों को स्वामित्व योजना के हितग्राही हैं। रविवार को इन हितग्राहियों को संपत्ति कार्ड भी वितरित करने की योजना शुरू हुई। इसी मौके पर प्रधानमंत्री ने सबसे पहले दशरथ से परिचय पूछा। यह भी पूछा कि क्या उसे जमीन का कागज मिल गया। 

loksabha election banner

अब गरीब की जमीन और घर पर कोई गलत नजर नहीं डाल सकेगा

दशरथ ने कहा कि उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि पुरखों की जमीन का मालिकाना हक उसे इतनी आसानी से मिलेगा। पीएम मोदी ने दशरथ से जमीन का कागज न होने से सामने आई परेशानियों के बारे में भी पूछा। उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज मिलने से गरीब व पिछड़ों की जमीन और घर पर कोई गलत नजर नहीं डाल सकेगा। उन्होंने दशरथ से दो मिनट 47 सेकंड बात की।  पीएम मोदी ने दशरथ से पूछा कि पहले कर्मचारियों से काम होता था अब ड्रोन मशीन से काम हुआ तो लोगों को भरोसा था कि नहीं। दशरथ ने बताया कि मशीन ने जमीन के ऊपर तीन चक्कर लगाए और तीन दिन बाद पटवारी ने आकर उसे पूरे गांव का नक्शा दिखा दिया। 

मोदी ने यह भी पूछा कि मशीन से काम होने पर किसी के साथ कोई अन्याय, झगड़ा और किसी को कोई परेशानी तो नहीं आई। इस पर दशरथ ने कोई भी विवाद न होने की बात कहते हुए धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने दशरथ का धन्यवाद सुनकर जोर से हंसते हुए हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस कार्यक्रम को लेकर गांव में भी विशेष उत्साह था।

सुबह से ही प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि गांव पहुंच गए थे। गांव के लगभग दो दर्जन लोगों को रविवार को आबादी भूमि का मालिकाना हक दिया गया। दशरथ चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी हमेशा देश के प्रधानमंत्री बनें रहे। दशरथ ने बताया कि पीएम से बात होनी थी इसलिए उसे शनिवार रात ठीक से नींद भी नहीं आई। पक्का मकान एक सपना था और जमीन का मालिकाना हक मिलेगा, यह तो कभी सोचा भी नहीं था। पुरखों की जमीन का मालिकाना हक मिलने के साथ प्रधानमंत्री से बात होने की घटना वे मरते दम तक नहीं भूलेंगे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.