जांच के लिए आज मुंबई रवानी होगी CBI की टीम, मामले से जुड़े अधिकारियों से करेगी मुलाकात
सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के लिए आज एसपी नूपुर प्रसाद के नेतृत्व में मुंबई रवाना होगी सीबीआई की टीम।
नई दिल्ली, आइएएनएस। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच शुरू करने के लिए सीबीआई की टीम मुंबई रवाना होगी। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, एसआईटी की टीम आज शाम मुंबई के लिए रवाना हो सकती है। सूत्र ने कहा कि मुंबई जाने वाली टीम का नेतृत्व एसपी नूपुर प्रसाद करेंगे। इसके अलावा सीबीआई टीम मुंबई पुलिस से मामले से जुड़े दस्तावेजों को इकट्ठा करेगी और जांच अधिकारी से भी मुलाकात करेगी।
जानकारी के मुताबिक टीम मुंबई पुलिस के डीसीपी से भी बात कर सकती है। अधिकारियों बांद्रा में सुशांत के घर पर जाएंगे, जहां 14 जून को वह मृत पाए गए थे। जानकारी जुटाने के लिए जांच टीम सुशांत की बहन मीतू सिंह से भी मिल सकती है।
सीबीआइ जांच पर मुहर
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने बिहार पुलिस के एफआइआर को सही ठहराते हुए सीबीआइ जांच पर अपनी मुहर लगा दी। कोर्ट ने आदेश दिया कि सुशांत की मौत की परिस्थितियों के संबंध में यदि कोई अन्य मामला दर्ज होता है तो उस नए केस की जांच भी सीबीआइ ही करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने जांच में लोगों का भरोसा कायम रखने और मामले में पूर्ण न्याय करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत प्राप्त विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए यह अहम फैसला सुनाया है।
कौन कर रहा था CBI जांच का विरोध
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से जहां सुशांत के परिवार और उनके शुभचिंतकों को न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ी है वहीं सुशांत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती व महाराष्ट्र सरकार को झटका लगा है। ये दोनों सीबीआइ जांच का विरोध कर रहे थे। रिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर पटना में दर्ज मामला मुंबई स्थानांतरित करने की मांग की थी। रिया की याचिका लंबित होने के दौरान ही बिहार सरकार ने जांच सीबीआइ को देने की सिफारिश कर दी। सीबीआइ ने उसे स्वीकार करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी थी।
14 जून को हुई थी मृत्यु
गत 14 जून को सुशांत मुंबई में बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस अप्राकृतिक मौत की जांच कर रही थी। इस बीच सुशांत के पिता ने 25 जुलाई को पटना के राजीव नगर थाने में अभिनेत्री रिया व अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराई। इसके बाद से जांच को लेकर महाराष्ट्र और बिहार के बीच क्षेत्राधिकार की खींचतान चल रही थी।