Move to Jagran APP

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित, कहा- कड़ाई से हो नियमों का पालन

सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए वैक्सीन आने तक नियमों का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने केंद्र सरकार को पूरे देश में गाइडलाइन लागू करने का निर्देश देते हुए कहा कि कड़े उपाय की जरूरत है।

By TaniskEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 01:17 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 02:14 PM (IST)
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित, कहा- कड़ाई से हो नियमों का पालन
सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।

नई दिल्ली, जेएनएन। सुप्रीम कोर्ट ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। कोर्ट ने कहा है कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आती तब तक नियमों का कड़ाई से पालन होना चाहिए। मास्क का इस्तेमाल और शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन जरूरी है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत क्या है? कोर्ट ने कहा कि कड़े उपाय की जरूरत है और केंद्र सरकार को पूरे देश में गाइडलाइन लागू करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने राजकोट के कोरोना अस्पताल में लगी आग पर स्वत: संज्ञान लिया है। इसी मामले की सुनवाई करते हुए यह बात कही। कोर्ट ने गुजरात सरकार से रिपोर्ट भी मांगी है।

loksabha election banner

राजकोट में एक कोरोना अस्पताल में आग लगने के कारण पांच मरीजों की मौत पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जुलूस निकाले जा रहे हैं और 80 फीसदी लोगों ने मास्क नहीं पहन रहे हैं। कई के जबड़े पर मास्क लटका रहता है। एसओपी और दिशानिर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन इसके पालन करने को लेकर कोई इच्छाशक्ति नहीं दिख रही है। 

जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस आरएस रेड्डी और जस्टिस एमआर शाह की पीठ ने देश में कोरोना के मामलों में वृद्धि पर ध्यान देते हुए कहा कि राज्यों को राजनीति से ऊपर उठकर महामारी से निपटने की कोशिश करनी होगी। केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को आश्वासन दिया कि केंद्रीय गृह सचिव शनिवार तक  बैठक बुलाएंगे और पूरे भारत के सरकारी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा पर निर्देश जारी करेंगे। मेहता ने पीठ को बताया कि कोरोना की लहर पहले की तुलना में ज्यादा खतरनाक प्रतीत हो रही है और दस राज्य वर्तमान में कुल पॉजिटिव मामलों में 77 प्रतिशत योगदान दे रहे हैं। पीठ ने माना कि स्थिति से निपटने के लिए सख्त उपायों की आवश्यकता है और मामले की सुनवाई एक दिसंबर तक टाल दी।

बता दें कि भारत में कोरोना के अब तक 93 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और एक लाख 35 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 43 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं और 492 लोगों की मौत हो गई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.