स्वामी चिन्मयानंद केस: सुनी गई पीड़िता की गुहार, सोमवार को होगी सुनवाई
स्वामी चिन्मयानंद मामले को यूपी से दिल्ली ट्रांसफर करने की पीड़िता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई की जाएगी।
नई दिल्ली, [माला दीक्षित]। स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ उत्तर प्रदेश में चल रहा दुष्कर्म का मुकदमा दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग पर सुनवाई के लिए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। इसके लिए सोमवार का दिन निर्धारित किया गया है। दरअसल, इस मामले में पीड़िता ने याचिका दाखिल की है और अपनी जान को खतरा बताया है और मामले को उत्तर प्रदेश से दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग की है। कोर्ट ने पीड़िता से सुरक्षा के लिए पुलिस के पास जाने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई के लिए 2 मार्च की तारीख निर्धारित कर दी। चीफ जस्टिस एस ए बोबडे की अगुवाई वाली बेंच को यह जानकारी सीनियर एडवोकेट कोलिन गोनसाल्विस ने दी। पीड़िता के पक्ष से गोनसाल्विस ही वकील हैं। सुनवाई के लिए सहमति देते हुए बेंच ने वकील से सुरक्षा के लिए प्रशासन से संपर्क करने को कहा। गोनसाल्विस ने बताया कि पीड़िता की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बंदूकधारी मुहैया करा दिया है। बता दें कि चिन्मयानंद को जमानत स्वीकार करने वाले फैसले को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ एक याचिका दााखिल की गई थी।
पीड़ितो ने चिन्मयानंद जैसे प्रभावशाली शख्स से खतरा बताया है। बता दें कि 3 फरवरी को हाई कोर्ट ने अपने आदेश में ट्रायल के लिए मामले को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से लखनऊ ट्रांसफर किया था। मामले में जस्टिस राहुल चतुर्वेदी ने जमानत पर फैसला सुनाया और चिन्मयानंद को रिहा करने का आदेश दिया था। चिन्मयानंद 20 सितंबर से जेल में थे।
फेसबुक पर एक वीडियो जारी कर स्वामी चिन्मयानंद के संस्थान एसएस लॉ कॉलेज शाहजहांपुर की छात्रा ने 24 अगस्त को उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उसका कहना था कि उन्होंने कई लड़कियों का यौन शोषण किया है। उसने यह भी दावा किया कि उसके पास इसके सबूत हैं। यह वीडियो पोस्ट करने के बाद छात्रा गायब हो गई थी, जो कि बाद में राजस्थान में मिली थी।
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