11वीं और 12वीं के छात्र भी अब घर बैठे कर सकेंगे पढ़ाई, अभिभावकों के लिए भी टिप्स जारी
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को एनसीईआरटी की ओर से तैयार 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए भी वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर किया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूलों के जल्द खुलने पर संशय के बीच मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए भी वैकल्पिक कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके तहत अब वह घर बैठे ही योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई कर सकेंगे। इनमें छात्रों और शिक्षकों दोनों की ही सुविधा का पूरा ख्याल रखा गया है। इससे पहले मंत्रालय पहली से पांचवी, छठवीं से आठवीं और नौवीं से दसवीं के लिए भी अलग-अलग वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर चुका है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को एनसीईआरटी की ओर से तैयार 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए भी वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर किया। उन्होंने कहा कि इस कैलेंडर के माध्यम से शिक्षक अलग-अलग तकनीकों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये बच्चों को अभिभावकों की देखरेख में ही पढ़ा सकेंगे। फिलहाल यह कैलेंडर चार हफ्तों का है।
इसके साथ ही इसमें दिव्यांग और ऐसे बच्चों का भी ख्याल रखा गया है जिनके पास फिलहाल स्मार्ट मोबाइल फोन या इंटरनेट की सुविधा नहीं है। ऐसे में शिक्षकों से कहा गया है कि वह ऐसे छात्रों को फोन या एसएमएस के जरिये गाइड करें। बता दें कि एक से दसवीं तक के लिए इन कैलेंडरों के जारी हो जाने के बाद 11वीं और 12 वीं के लिए भी इन्हें जल्द जारी करने को लेकर काफी मांग थी।
बच्चों को तनाव मुक्त रखने के लिए अभिभावकों से कहा गया है कि वे बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताए। साथ ही उन्हें जीवन कौशल से भी जोड़ें। यानी उन्हें पढ़ाई के बीच में चाय बनाना, संगीत सिखाना या कोई वाद्य यंत्र बजाने के लिए भी कह सकते हैं। कैलेंडर में इसी तरह छात्रों और शिक्षकों को भी तनाव से बचने की टिप्स दी गई हैं। जिसमें भरपूर नींद लेने, सुबह जल्दी उठने, योग-ध्यान और संतुलित आहार जैसे सुझाव शामिल हैं।
इन सभी माध्यमों से पढ़ाने की सलाह
घर बैठे छात्रों को इस दौरान जिन माध्यमों से पढ़ाने के सुझाव दिए गए हैं उनमें वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, गूगल मेल, गूगल हैंगआउट, यूट्यूब, ब्लांग आदि शामिल हैं। इसके साथ ही टीवी, रेडियो के जरिये लगने वाली कक्षाओं की जानकारी भी शामिल है। कैलेंडर में संस्कृत, उर्दू, ¨हदी, अंग्रेजी भाषा से जुड़े सभी विषयों को शामिल किया गया है।