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Cbse Board Evaluation 2021: सीबीएसई का आकलन फार्मूला जल्द आएगा, जुलाई तक आएगा रिजल्ट; इस तरह हो सकता है मूल्यांकन

देश में कोरोना महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार को सीबीएसई की कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद करने की घोषणा की। अब सीबीएसई अधिकारियों ने सूचित किया है कि रिजल्ट अच्छी तरह से वस्तुनिस्ट मानदंड के अनुसार समयबद्ध तरीके से बनाए जाएंगे।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 08:28 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 10:04 PM (IST)
Cbse Board Evaluation 2021: सीबीएसई का आकलन फार्मूला जल्द आएगा, जुलाई तक आएगा रिजल्ट; इस तरह हो सकता है मूल्यांकन
मंगलवार को सीबीएसई की कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा की

नई दिल्ली, रीतिका मिश्रा। 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद होने के बाद छात्रों की निगाहें अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के आकलन के फार्मूले और रिजल्ट घोषित होने की तारीख पर टिकी हैं। हालांकि इस बीच सीबीएसई ने जो संकेत दिए हैं, उसके तहत 12वीं के छात्रों के आकलन का फार्मूला 10वीं के फार्मूले से ज्यादा व्यापक होगा। यह फार्मूला अगले एक-दो दिनों दिनों में घोषित हो सकता है। वहीं रिजल्ट भी जुलाई तक आने की संभावना है।

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केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षाएं रद करने की घोषणा के साथ ही बोर्ड से मूल्यांकन के लिए समयबद्ध तरीके से बेहतर मानदंड तैयार करने को कहा है, जिसके आधार पर परिणाम जारी किया जा सके। सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई 12वीं के मूल्यांकन के लिए 10वीं के परिणामों और 12वीं की प्री-बोर्ड, अर्धवार्षिक और यूनिट परीक्षाओं को आधार बनाया जा सकता है। 12वीं की तीन प्री-बोर्ड परीक्षाओं में, जिसमें सबसे बेहतर अंक होंगे उसे ही आधार माना जाएगा।

इस तरह हो सकता मूल्यांकन

- 100 अंकों के आधार पर होगा प्रत्येक विषय का मूल्यांकन

- 80 अंकों का मूल्यांकन बोर्ड के मापदंडों के आधार पर होगा

- 20 अंक का मूल्यांकन आंतरिक आधार पर

- 50 फीसद अंकों के लिए 10वीं बोर्ड परीक्षा को आधार बनाया जाएगा

- शेष 50 फीसद अंक 12वीं की प्री बोर्ड, छमाही व यूनिट परीक्षाओं के होंगे।

संभावित फार्मूला

80 अंक बोर्ड द्वारा तय मानदंड (50 फीसद अंक 10वीं की बोर्ड परीक्षा के आधार पर व 50 फीसद अंक 12वीं की प्री-बोर्ड व अर्धवार्षिक व यूनिट टेस्ट के आधार पर) +20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर = 100 अंक

नौवीं-11वीं के परिणाम शामिल करने पर असमंजस

मूल्यांकन में कक्षा नौ और 11वीं के परिणामों को शामिल करने को लेकर फिलहाल असमंजस की स्थिति है। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बोर्ड के पास केवल 10वीं के परिणामों का ही डाटा है। ऐसे में नौवीं और 11वीं के अंकों को 12वीं के मूल्यांकन में शामिल करने में परेशानी हो रही है। जल्द जारी हो सकता मूल्यांकन को लेकर आधिकारिक परिपत्र सीबीएसई की तरफ से मूल्यांकन को लेकर तैयार किए जा रहे मापदंडों को अगले सप्ताह तक सार्वजनिक किया जा सकता है। इसके बाद सभी स्कूल 12वीं के छात्रों का परिणाम तैयार करने में जुट जाएंगे। जिन छात्रों को सीबीएसई के फार्मूले पर तैयार किए जा रहे परिणाम से संतुष्टि नहीं होगी, उन्हें परीक्षा में बैठने का विकल्प भी दिया जाएगा।

सभी को थोड़ा इंतजार करने की जरूरत

सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि हम कक्षा 12 के मूल्यांकन के लिए मानदंड तैयार करने की प्रक्रिया में हैं। इसे पूरा होने के बाद हम इसे सार्वजनिक डोमेन में डाल देंगे। निर्णय अभी बाकी है। त्रिपाठी ने कहा कि माता-पिता, शिक्षकों, प्राचार्यों और छात्रों को इसके लिए थोड़ा इंतजार करने की जरूरत है। साथ ही, सभी से अनुरोध है कि घबराएं नहीं।

पीएम की अध्यक्षता में लिया गया फैसला

भारत सरकार ने मंगलवार को बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि भारत सरकार ने बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है। व्यापक विचार-विमर्श के बाद हमने छात्रों के अनुकूल निर्णय लिया है, जो हमारे युवाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ भविष्य की रक्षा करता है। इससे पहले 14 अप्रैल को केंद्र सरकार ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने का फैसला लिया था।


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