पथ विक्रेताओं को 50 हजार रुपये तक मिलेगा बिना ब्याज का कर्ज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण पथ विक्रेताओं से किया संवाद। 50 हजार रुपये तक मिलेगा बिना ब्याज का कर्ज। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के विमोचन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन करना पड़ा।
भोपाल, जेएनएन। प्रदेश सरकार कोरोनाकाल में प्रभावित हुए उद्योग-धंधों को फिर जमाने के लिए अपनी ओर से हरसंभव मदद रही है। गुरुवार को बीस हजार हितग्राहियों के खातों में दस-दस हजार रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खातों में जमा कराई। साथ ही कहा कि पहले साल 10 हजार रुपये का ब्याज मुक्त दिया जाएगा। समय पर चुकाने पर अगले साल बीस हजार और फिर पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। इसमें हितग्राही का ब्याज सरकार चुकाएगी।
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के विमोचन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन करना पड़ा। इसकी वजह से छोटे कारोबारियों को सर्वाधिक नुकसान हुआ। इन्हें फिर पैरों पर खड़ा करके अर्थव्यवस्था को गतिमान बनाने के लिए केंद्र सरकार ने शहरी पथ विक्रेता को ब्याजमुक्त ऋण दिलाने की योजना बनाई। प्रदेश सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए ग्रामीण पथ विके्रताओं के लिए अपनी ओर से योजना लागू कर दी।
इसके तहत गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग में सिंगल क्लिक के माध्यम से 20 हजार ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स के खातों में बैंकों की ओर से ब्याज मुक्त ऋण राशि अंतरित की। इस दौरान उन्होंने सीहोर जिले में लकड़ी का खिलौने बनाने वाली सुनीता देवी, जबलपुर में झाडू निर्माण के काम से जुड़े चमनलाल लढ़िया और धार जिले के सब्जी विक्रेता भीलू गोयल से संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने पूछा कि उन्हें कार्यशील पूंजी के लिए इस ऋण को मंजूर करवाने में किसी भी स्तर पर कोई कठिनाई तो नहीं हुई। हितग्राहियों ने उन्हें बताया कि बिना किसी परेशानी ऋण राशि मिल गई। इससे व्यवसाय को संभालने में मदद मिली है।इसके पहले सितंबर में 20 हजार से ज्यादा पथ विक्रेताओं को ऋण दिलवाया गया था।