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हल्द्वानी में सीएम के गाड़ी पर पथराव, शीशा टूटा

सात साल की मासूम की दरिंदगी के साथ हत्या के बाद उपजा आक्रोश आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी नहीं थमा। संवेदना जताने पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिलने पहंचे भाजयुमो कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए।

By Abhishake PandeyEdited By: Published: Fri, 28 Nov 2014 01:21 PM (IST)Updated: Fri, 28 Nov 2014 02:50 PM (IST)
हल्द्वानी में सीएम के गाड़ी पर पथराव, शीशा टूटा

हल्द्वानी। सात साल की मासूम की दरिंदगी के साथ हत्या के बाद उपजा आक्रोश आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी नहीं थमा। संवेदना जताने पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिलने पहंचे भाजयुमो कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। इस बीच पथराव हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री की कार का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। अफरा-तफरी और भगदौड़ मच गई।

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राज्य आपदा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रयागदत्त भट्ट समेत कई लोग चोटिल हो गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। भाजयुमो जिलाध्यक्ष विकास भगत समेत चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। विकास भगत पूर्व मंत्री एवं कालाढूंगी के वर्तमान भाजपा विधायक बंशीधर भगत के पुत्र हैं।

हत्याकांड का आरोपी गिरफ्तार

पिथौरागढ़ की बेटी की दरिंदगी के साथ हत्या के मामले का खुलासा करने का पुलिस ने दावा किया है। मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर, नैनीताल और लालकुआं में बंद हैं और कई जगह प्रदर्शन किए गए।

पुलिस उप महानिदेशक राम सिंह मीना ने बताया कि डंपर चालक अख्तर अली उर्फ शमीम पुत्र मकसूद अली ने घटना को अंजाम दिया है। वह मूलरूप से बिहार के चंपारण जिले के बेतिया थाना क्षेत्र के ग्र्राममहानाजनी का रहने वाला है। वहीं साक्ष्य, केस छुपाने को आरोपी को बचाने के जुर्म में प्रेमपाल पुत्र लाल कृष्ण प्रसाद व जूनियर मसीह उर्फ पोक्सी पुत्र अरुण मसीह को गिरफ्तार किया है। प्रेमपाल हाल निवासी काठगोदाम व मूल रूप से पीलीभीत का रहने वाला है। जबकि मसीह कंटोपा, रुद्रपुर का निवासी है। मुख्य आरोपी अख्तर को एसटीएफ ने लुघियाना से गिरफ्तार किया है।
मालूम हो कि 20 नवंबर को पिथौरागढ़ से एक परिवार शीशमहल स्थित रामलीला मैदान में वैवाहिक समारोह में आया था। उसी दिन रात को सात वर्षीया उनकी पुत्री गायब हो गई थी। 25 नवंबर को उसका शव गौला नदी से बरामद हुआ था।

एडीजी ने बताया कि अख्तर बालिका को बहला-फुसला कर जंगल की तरफ ले गया। वहीं दुष्कर्म के बाद बालिका की हत्या कर दी थी। प्रेमपाल व मसीह ने साक्ष्य छुपाने व आरोपी को बचाने की कोशिश की। घटना को अंजाम देने के बाद अख्तर पहले दिल्ली फिर गुडग़ांव और बाद में लुधियाना चला गया। एसटीएफ ने उसे लुधियाना से दबोच लिया। यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।

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