राष्ट्रगान के दौरान खड़े रहना देशक्ति की परीक्षा नहीं हो सकती: ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि राष्ट्रगान के दौरान खड़े रहना किसी की देशभक्ति की परीक्षा नहीं हो सकती।
हैदराबाद, एएनआई। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रगान पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का स्वागत किया है। ओवैसी ने कहा कि राष्ट्रगान के दौरान खड़े रहना किसी की देशभक्ति की परीक्षा नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा 'सिनेमा हॉल में किसी को देशभक्ति दिखानी की क्या जरूरत है? सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा उसका मैं स्वागत करता हूं और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की टिप्पणी सही है। राष्ट्रगान के दौरान खड़े रहना देशभक्ति की परीक्षा नहीं हो सकती। किसी खास मौके जैसे 15 अगस्त या 26 जनवरी पर राष्ट्रगान के दौरान खड़ा हो सकता है।'
गौरतलब है कि कोर्ट ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रगान का मुद्दा कार्यपालिका के कार्यक्षेत्र में आता है। कोर्ट ने कहा कि देशभक्ति साबित करने के लिए सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान के दौरान खड़े होने की जरूरत नहीं है। सरकार नीति बनाकर फ्लैग कोड में बदलाव करने पर विचार कर सकती है। हालांकि देश भर के सिनेमाघरों में फिल्म से पहले राष्ट्रगान बजाने और उस दौरान दर्शकों के खड़े होकर सम्मान प्रकट करने का आदेश फिलहाल लागू रहेगा। कोर्ट ने अपने उस आदेश में सोमवार को कोई बदलाव नहीं किया। कोर्ट इस मामले में 9 जनवरी को फिर सुनवाई करेगा।
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