जानें- पाकिस्तान और श्रीलंका में किस खास मुद्दे पर बन रही सहमति और किन समझौतों पर लगेगी मुहर
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और श्रीलंका के प्रधानमंत्री राजपक्षे के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। इनमें से सबसे खास दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है। दोनों इस पर सहमति जताते दिखाई दे रहे हैं।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। इमरान इन दिनों श्री लंका के दो दिवसीय दौरे पर हैं। इसके लिए भारत ने उन्हें अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की इजाजत दी थी। बंडारनाएके इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनको रिसीव करने के लिए खुद प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे वहां पर मौजूद थे। उन्हें 19 तोपों की सलामी के साथ गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। श्रीलंका में वर्ष 2019 में हुए आम चुनाव के बाद इमरान खान श्रीलंका जाने वाले पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष हैं।
श्रीलंका की मीडिया के मुताबिक इस दौरान इमरान खान की मुलाकत श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से हुई है। उनके साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी श्रीलंका गया है। दोनों प्रधानमंत्री के बीच हुई मुलाकात और बातचीत के दौरान कुछ मुद्दों पर दोनों ही देशों की सहमति बनी है। श्रीलंकाई मीडिया की मानें तो पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच इस दौरान जिन मुद्दों पर समझौते हो सकते हैं उनमें पर्यटन को बढ़ावा देने, निवेश और तकनीक के क्षेत्र में, नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए साथ आने पर, अवैध हथियारों की तस्करी रोकना शामिल है।
इन सभी मुद्दों पर मंगलवार को दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की चर्चा भी हुई थी।
इस बातचीत के दौरान श्रीलंका के पीएम राजपक्षे ने पास्तिान को अपना करीबी दोस्त कहकर भी संबोधित किया था। बातचीत में दोनों में ही आपसी सहयोग के मुद्दे पर और आगे बढ़ने पर सहमति बनी। साथ ही आर्थिक क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने और दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने पर भी एकराय कायम हुई है। इसके अलावा डिफेंस और शिक्षा समेत विज्ञान के क्षेत्र में भी आपसी सहयोग को बढ़ाने पर दोनों ने ही सहमति जताई है। इन दोनेां के बीच हुई बातचीत में जो सबसे खास मुद्दा था वो दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच एक रय बनती हुई दिखाई दे रही है।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री राजपक्षे का कहना है कि पीएम इमरान खान से हुई उनकी बातचीत इस बार पर भी केंद्रित थी कि कोरोना महामारी के अलावा राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय मुद्दों को कैसे आगे बढ़ाया जाए और साथ मिलकर काम किया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि श्रीलंका हमेशा से ही क्षेत्र में शांति कायम रखने का पक्षधर रहा है। इसके अलवा हम ये भी चाहते हैं कि दक्षिण एशिया आर्थिक रूप से तरक्की करे।