आत्माएं रोक लेती हैं बारिश, इसलिए श्मशान में अनुष्ठान
एक सप्ताह पहले इन व्यापारियों ने कृषि उपज मण्डी में पूजा करवाई और बीते शनिवार देर रात श्माशान में अनुष्ठान कराया।
जयपुर। आधा मानसून बीतने के बावजूद बारिश को तरस रहे राजस्थान के बाडमेर शहर के व्यापारी देवताओं और अकाल मौत के शिकार हुए लोगों की आत्माओं को खुश करने में जुटे हैं।
एक सप्ताह पहले इन व्यापारियों ने कृषि उपज मण्डी में पूजा करवाई और बीते शनिवार देर रात श्माशान में अनुष्ठान कराया।
दरअसल बाडमेर में अब तक सिर्फ 49 मिमी बारिश हुई है और यहां लोगों को एक बार फिर अकाल का डर सता रहा है। बाडमेर वैसे भी रेगिस्तानी इलाका है और यहां बारिश कम होती है, लेकिन इस बार तो सामान्य से भी काफी कम बारिश हुई है, जबकि इस बार अच्छे मानसून की उम्मीद की जा रही थी।
पिछले वर्ष भी यहां अच्छी बारिश नहीं हुई थी। ऐसे में अकाल की आशंका से जूझ रहे व्यापारी हर तरह का प्रयास कर रहे हैं।
व्यापारियों को किसी ने कहा कि जो लोग अकाल मौत का शिकार हो जाते हैं, उनकी आत्माएं बारिश रोक लेती हैं। इस बाधा को दूर करने के लिए शनिवार रात व्यापारियों ने श्मशान में अनुष्ठान कराया और आत्मओं को खुश करने के लिए दो क्विंटल अनाज का भोग लगाया। व्यापारियों को जल्द बारिश की उम्मीद है।
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