न्यायपालिका की स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए किया गया विशेष पीठ का गठन, जानें पूरा मामला
सालिसीटर जनरल तुषार मेहता के आदेश के बाद मुख्य न्यायाधीश सहित उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की एक विशेष पीठ का गठन किया गया है।
By Ayushi TyagiEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 11:47 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 11:57 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। मुख्य न्यायाधीश सहित उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की एक विशेष पीठ का गठन किया गया है। इस पीठ का गठन एक विशेष बैठक के लिए किया जा रहा है। इसमें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, माननीय अरुण मिश्रा, जस्टिस संजीव खन्ना को शामिल किया गया। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा किए गए उल्लेख पर न्यायपालिका की व्यव्स्था और स्वतंत्रता पर उठ रहे सवालों की वजह से किया जा रहा है।
बता दें कि तुषार मेहता को 2018 में सॉलिसिटर जनरल बनाया गया था। तुषार मेहता का कार्यकाल 30 जून 2020 या फिर अगले आदेश तक रहेगा। बता दें कि तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कई बड़े मामलों में पैरवी की है। आधार मामले में वो UIDAI की तरफ से पेश हुए थे। वह अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी विवाद में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश हो रहे हैं। धारा 377 मामले में भी वो केंद्र की ओर से पेश हुए।
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