रोजाना रात को 29 मिनट अधिक सोना आपको रख सकता है सेहतमंद, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
पिछले अध्ययनों के विपरीत स्लीप हेल्थ में प्रकाशित नया शोध रात में नींद पर पड़ने वाले बहुआयामी प्रभावों पर केंद्रित है। यह जानने की कोशिश की गई है कि इन आयामों का व्यक्ति की चेताना पर क्या प्रभाव पड़ता है। पिछले अध्ययन नींद की गुणवत्ता व अवधि पर केंद्रित थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। रोजाना रात को अतिरिक्त 29 मिनट की नींद आपको सेहतमंद रख सकती है। आपकी कार्यक्षमता में भी इजाफा हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा के विज्ञानियों के नेतृत्व में किए गए हालिया शोध में यह दावा किया गया है। एएनआइ के अनुसार पिछले अध्ययनों से अलग पिछले अध्ययनों के विपरीत, स्लीप हेल्थ में प्रकाशित नया शोध रात में नींद पर पड़ने वाले बहुआयामी प्रभावों पर केंद्रित है। यह जानने की कोशिश की गई है कि इन आयामों का व्यक्ति की चेताना पर क्या प्रभाव पड़ता है। पिछले अध्ययन नींद की गुणवत्ता व अवधि पर केंद्रित थे।
नर्सों पर किया गया अध्ययन : शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए नर्सों को चुना। स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे बड़ा समूह नर्सों का है और उन्हें सबसे अच्छी नींद और अपने दिमाग को हमेशा बेहद केंद्रित रखने की जरूरत होती है। नर्सों में लंबी शिफ्ट के कारण नींद से जुड़ी समस्याएं आम हैं। अनियंत्रित और जान की जोखिम वाली स्वास्थ्य परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
एएनआइ के अनुसार यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर और शोध की लेखिका सूमी ली ने कहा कि एक व्यक्ति जागा हुआ हो सकता है, लेकिन यह आवश्यक नहीं कि वह सचेत भी हो। ऐसे ही कोई थका हुआ और कम जागा हुआ हो, लेकिन वह सचेत हो सकता है। ली और उनके साथियों ने करीब दो सप्ताह तक यूनिवर्सिटी और मोफिट कैंसर सेंटर में नर्सों की नींद के स्वास्थ्य की जांच की। दो सप्ताह की अध्ययन अवधि के दौरान उन्होंने पाया कि अधिक ध्यान देने वाले लोगों में अनिद्रा के लक्षणों की आशंका 66 फीसद कम थी।
नींद न आने का प्रमुख कारण अत्यधिक मानसिक तनाव है। इसके अलावा अनियमित दिनचर्या, शारीरिक व्यायाम व मेहनत की कमी, ज्यादा शराब सेवन करने से भी नींद नहीं आती है। उम्र बढ़ने के साथ साथ निद्रा की समस्या और बढ़ने लगती है।