बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ आवाज उठाने वाली सिस्टर लुसी कलापुरा ने फिर लिखा वेटिकन को पत्र
दुष्कर्म आरोपित बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ आवाज उठाने वाली सिस्टर लुसी कलापुरा (Sister Lucy Kalappura) ने वेटिकन (Vatican) को एक पत्र लिखा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। दुष्कर्म आरोपित बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ आवाज उठाने वाली सिस्टर लुसी कलापुरा (Sister Lucy Kalappura) ने वेटिकन (Vatican) को एक पत्र लिखा है। अपने लेटर में उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि उन्हें अपना केस पोप फ्रॉसिंस (Pope Francis) के सामने प्रस्तुत करने का मिला है।
गौरतलब है कि पांच अगस्त को उन्हें वेटिकन द्वारा केरल स्थित चर्च से निष्कासित कर दिया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने दुष्कर्म के आरोपी जालंधर डायोसिस के पूर्व बिशप के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लेने समेत कई आरोप लगाए थे। थोड़े दिन पहले वेटिकन की तरफ से उनके निष्कासन को सही ठहराते हुए उनकी अपील खारिज कर दी गई थी। इस दौरान कहा गया कि उन्होंने FCC (फ्रैंसिस्कन क्लोरिस्ट कॉन्ग्रेगेशन) रोमन कैथालिक चर्च के नियमों का उल्लंघन किया है।
कुछ दिन पहले दुष्कर्म आरोपित बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाली एक नन ने राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी अपनी शिकायत दर्ज काराई थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि पादरी और उनके समर्थक अलग-अलग ऑनलाइन मंचों के जरिये उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि बिशप और उनके समर्थक इस मामले के गवाह को अपमानित कर रहे हैं।
क्या है मामला
बिशप फ्रैंकों मुलक्कल पर आरोप है कि साल 2014 से 2016 के दौरान उन्हें एक नन के साथ कई बार दुष्कर्म किया। इसके बाद 21 सितंबर 2019 को बिशप को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 15 अक्टूबर 2019 को उन्हें जमानत मिल गई थी। बिशप की मानें तो उन पर लगे सभी आरोप गलत हैं।
कई ननों का हुआ तबादला
इसके बाद बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ कई ननों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान कोच्चि में प्रदर्शन करने वाली पांच ननों का तबादला भी किया गया था। इन पर चर्च के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गई थी।
यह भी पढ़ें: भारत के लिए नासूर बना पाक का आतंकी कैंप होगा ध्वस्त, मोदी सरकार ने शुरू की जवाबी कार्रवाई