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देश में सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन लाने की तैयारी, स्पुतनिक लाइट के जल्द भारत आने की उम्मीद

देश में सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन लाने की तैयारी की जा रही है। कोरोना के सिंगल डोज वाली स्पुतनिक लाइट वैक्सीन के जल्द भारत आने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ हफ्तों में स्पुतनिक लाइट की मंजूरी लेने के लिए आवेदन किए जाने की उम्मीद है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 08:10 AM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 08:15 AM (IST)
देश में सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन लाने की तैयारी, स्पुतनिक लाइट के जल्द भारत आने की उम्मीद
देश में जल्द आने वाली है सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन। (फोटो: ट्विटर)

नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार को कोरोना के सिंगल डोज वाले स्पुतनिक लाइट टीके के भारत में जल्द आने की उम्मीद है। रूसी निर्माता और उसके भारतीय साझेदारों सहित सभी संबंधित पक्षों को टीके के लिए आवेदन और नियामकीय मंजूरी प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में स्पुतनिक लाइट के लिए मंजूरी लेने के लिए आवेदन किए जाने की उम्मीद है। यह भारत में मिलने वाला सिंगल डोज वाला पहला टीका बन सकता है।

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कोरोना के टीकों की घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के लिए हाल के दिनों में सरकार के शीर्ष अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत हुई है।पिछले हफ्ते कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में स्पुतनिक लाइट के लिए मंजूरी प्रक्रिया तेज करने को लेकर सभी संबंधित हितधारकों के साथ बैठक आयोजित करने की सलाह दी गई। इन हितधारकों में जैवप्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआइ), विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी, आरडीआइएफ (रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड) और घरेलू निर्माता शामिल होंगे।

मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि स्पुतनिक की सिंगल डोज आने के साथ मौजूदा दो डोज वाली स्वीकृत स्पुतनिक-वी टीके की दूसरी डोज में इस्तेमाल होने वाले रिकाम्बिनेंट एडिनोवायरस टाइप-5 (आरएडी-5) घटक के महत्व का मुद्दा भी गैर जरूरी हो जाएगा। निर्माता इस घटक के उत्पादन को लेकर असहज हैं।

रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी का भारत में उत्पादन शुरू

इस बीच, भारत में रूसी कोरोना वैक्सीन स्तुपतनिक-वी का उत्पादन शुरू हो गया है। इससे तत्काल वैक्सीन आपूर्ति में कोई मदद तो नहीं मिलेगी, लेकिन इस बात के लिए आश्वस्त हुआ जा सकता है कि दो-तीन महीने बाद इसका अच्छा असर दिखाई देगा। रूस के गामालेया वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान ने स्पुतनिक-वी वैक्सीन विकसित की है। रूसी निवेश कोष रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड ([आरडीआइएफ)] और पैनेसिया बायोटेक ने इस वैक्सीन का भारत में उत्पादन शुरू करने की घोषणा की।


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