इरफान खान और ऋषि कपूर के बीच दिखीं 5 समानताएं, बीमारी, इलाज, मां और मौत...
महज संयोग ही कहा जाएगा कि दोनों अभिनेताओं की मौत कैंसर से हुई लेकिन जब से दोनों की बीमारी दुनिया के सामने उजागर हुई तब से लेकर आज तक दोनों में कई समानताएं नजर आईं।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में कोरोना संक्रमण के बीच 24 घंटे में बॉलीवुड ने दो दिग्गज सितारों इरफान खान और ऋषि कपूर को खो दिया। इरफान खान के बाद दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया। महज संयोग ही कहा जाएगा कि दोनों अभिनेताओं की मौत कैंसर से हुई, लेकिन जब से दोनों की बीमारी दुनिया के सामने उजागर हुई, तब से लेकर आज तक दोनों में और भी कई समानताएं नजर आईं। एक नजर इन समानताओं पर....
ऋषि कपूर और इरफान खान दोनों को कैंसर होने का खुलासा साल 2018 में हुआ था। इरफान खान को 2018 में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर हुआ था। लंदन से इलाज करवा कर इरफान खान फरवरी 2019 में भारत आए थे। साल 2018 में ऋषि कपूर को पहली बार कैंसर का पता चला था, जिसके बाद अभिनेता लगभग एक साल तक न्यूयॉर्क में रहे थे। वह ठीक होने के बाद सितंबर 2019 में भारत लौटे हैं। इरफान खान के साथ उनकी पत्नी सुतापा सिकंदर और ऋषि कपूर के साथ नीतू कपूर अंतिम समय तक दीवार की तरह हमेशा उनके साथ रहीं। दोनों अभिनेताओं ने इस बात को कई जगह कबूला।
ऋषि कपूर को कैंसर के इलाज के लिए 29 सितंबर 2018 को अमेरिका जाना पड़ा था। तीन दिन बाद ही भारत में उनकी मां कृष्णा राज कपूर का निधन हो गया। ऋषि कपूर चाहते हुए भी अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए। वहीं, इरफान खान के साथ भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया। जयपुर में जब इरफान खान की मां साइदा का निधन हुआ तो वे भी मां के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाए। तीन दिन बाद ही उनके निधन की खबर भी आ गई। पता चला कि वे पिछले कई दिन से मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में दाखिल थे, इसी वजह से मां से मिलने नहीं जा पाए।
ऋषि कपूर और इरफान खान दोनों ही बेहद जिंदादिल इंसान रहे। विदेश में इलाज के बाद जब दोनों भारत लौटकर आए तो दोनों ही दोबारा से फिल्मों में जुट गए। इरफान खान ने जहां अंग्रेजी मीडियम फिल्म की शूटिंग शुरू कर उसके अंजाम तक पहुंचाया। फिल्म ओटीटी पर रिलीज भी चुकी है। वहीं, अमेरिका में 11 महीने 11 दिन तक कैंसर से जंग लड़ने के बाद ऋषि कपूर 10 सितंबर को देश वापस लौटे थे। वापस आने से पहले से ही वह फिल्मों में वापसी करने को लेकर काफी उत्साहित थे। उन्होंने कहा था, 'मैं जब देश वापस लौटूंगा तब मैं 15 दिनों का ब्रेक लूंगा, ताकि मैं अपनों से फिर से एक बार जुड़ सकूं और भारतीय समयानुसार ढल सकूं, जिसके बाद मैं उम्मीद करता हूं कि मैं सितंबर के आखिरी दिनों तक शूटिंग शुरू कर दूं।' द बॉडी उनकी अंतिम रिलीज फिल्म थी। जूही चावला के साथ फिल्म शर्माजी नमकीन की शूटिंग लॉकडाउन की वजह से रूकी हुई थी।
ऋषि कपूर और इरफान खान दोनों ही नेशनल पुरस्कार विजेता रहे। ऋषि कपूर को मेरा नाम जोकर के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला, वहीं इरफान खान को फिल्म पान सिंह तोमर के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला। यही नहीं, दोनों के खाते में चार-चार ही फिल्मफेयर अवॉर्ड हैं। ऋषि कपूर को 1974 में बॉबी के लिए, 2008 में लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए, 2011 में दो दूनी चार के लिए और 2017 में कपूर एंड संस के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। वहीं, इरफान खान को 2004 में हासिल, 2008 में लाइफ इन ए मेट्रो, 2013 में पान सिंह तोमर के लिए और 2018 में हिंदी मीडियम के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। हालांकि, इरफान खान को पदमश्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।
अब आखिरी इच्छा की बात की जाए तो ऋषि कपूर की आखिरी इच्छा अधूरी रह गई और वहीं इरफान खान भी अपनी मां की आखिरी इच्छा पूरी नहीं कर पाए। ऋषि कपूर चाहते थे कि वे जीते जी बेटे रणबीर कपूर की शादी देखें। अपनी इस इच्छा को काफी बार उन्होंने जताया भी था, लेकिन लॉकडाउन के चलते रणबीर की शादी नहीं हो पाई और ऋषि कपूर की इच्छा अधूरी रह गई। वहीं, इरफान खान की मां चाहती थी कि इरफान बिल्कुल ठीक होकर अस्पताल से निकले, लेकिन उनके निधन के तीन दिन बाद ही इरफान खान ने भी दुनिया को ये कहते हुए अलविदा कह दिया कि अम्मी लेने आई हैं।