पीएमसी बैंक घोटाले से पीड़ित उन्नीस सौ से ज्यादा सिख करतारपुर कॉरिडोर जाने में हैं असमर्थ
समिति के सदस्य हरदेव सिंह सैनी ने बताया कि वे सभी स्थानीय संगठन निर्माण सेवक जत्था द्वारा आयोजित यात्रा के तहत गुरुद्वारा दरबार साहिब जाना चाहते हैं।
मुंबई, प्रेट्र। करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद महाराष्ट्र के कम से कम 1,950 सिख पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने में असमर्थ हैं। पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव (PMC) बैंक घोटाले के कारण ये सभी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। समुदाय के एक वरिष्ठ नेता ने यह दावा किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया और 500 भारतीय तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। पहले जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल शामिल थीं। यह कॉरिडोर पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब और पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक को जोड़ता है।
पीएमसी बैंक आरबीआइ के प्रतिबंध का कर रही सामना
4,355 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद पीएमसी बैंक आरबीआइ के प्रतिबंध का सामना कर रहा है। इसके बाद बैंक में जमा की निकासी की सीमा पहले 1000 रुपये तक सीमित कर दी गई जिससे जमाकर्ताओं के बीच भय और हताशा फैल गई। चरणबद्ध तरीके से निकासी की सीमा 50,000 रुपये तक कर दी गई है।
2000 सिखों का पीएमसी बैंक में खाता
मुंबई, नासिक, नांदेड़, नवी मुंबई और ठाणे के करीब 2000 सिखों का इस बैंक में खाता है। कुर्ला गुरुद्वारा समिति के सदस्य हरदेव सिंह सैनी ने बताया कि वे सभी स्थानीय संगठन निर्माण सेवक जत्था द्वारा आयोजित यात्रा के तहत गुरुद्वारा दरबार साहिब जाना चाहते हैं।
सैनी ने कहा, 'हमने उनका आनलाइन ब्योरा वेबसाइट पर डाला दिया। लेकिन पीएमसी बैंक संकट के कारण उनमें से कई ने अपना नाम वापस ले लिया। इन 2000 लोगों में से केवल 50 ही जा सके हैं। जिन लोगों ने यात्रा स्थगित की है वे सभी पीएमसी बैंक घोटाले से पीडि़त हैं।'
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