भारत में शुरू होगा COVISHIELD के तीसरे फेज का क्लिनिकल ट्रायल, एनरोलमेंट की प्रक्रिया संपन्न
COVISHIELD Clinical Trial in India सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया व ICMR ने ऐलान किया है कि COVISHIELD के लिए क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण का एनरोलमेंट संपन्न हो गया है। यह जानकारी SII ने गुरुवार को दी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) व ICMR ने ऐलान किया है कि कोविशील्ड (COVISHIELD) के लिए क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण का एनरोलमेंट संपन्न हो गया है। ICMR और SII ने कोवोवैक्स (COVOVAX, Novavax) के क्लिनिकल डेवलपमेंट के लिए भी मिलकर काम कर रहे हैं। COVOVAX को अमेरिका के नोवावैक्स ने विकसित किया है और भारतीय SII इसे आगे बढ़ाने का काम कर रहा है।
पिछले माह कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अडार पूनावाला ने इस बाबत कहा था कि हमारा प्लान कोविशिल्ड से शुरू करके हर तिमाही में एक वैक्सीन लॉन्च करने का है। कंपनी की दूसरी वैक्सीन Covovax है, जो बायोटेक फर्म Novovax की मदद से विकसित की जा रही है और एक प्रोटीन वैक्सीन होगी। Novovax ने सीरम इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर 2021 में वैक्सीन की एक बिलियन खुराक के उत्पादन की व्यवस्था की।
उल्लेखनीय है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोविशिल्ड को विकसित किया है और ब्रिटिश-स्वीडिश ड्रग निर्माता एस्ट्राजेनेका ने इसे लाइसेंस दिया। वैक्सीन का भारत में फिलहाल 1,600 लोगों के बीच क्लिनिकल ट्रायल का तीसरा चरण चल रहा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्राजेनेका के साथ वैक्सीन निर्माण के लिए पार्टनरशिप की है, जिसे अगले साल की तिमाही तक लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।
चीन के वुहान से पिछले साल के अंत में निकले घातक कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए इसके खिलाफ जंग में वैक्सीन को मुख्य हथियार माना गया है। दुनिया के तमाम देशों में टेस्टिंग किट से लेकर वैक्सीन विकसित करने के लिए रिसर्च जारी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने पिछले माह यह दावा किया था कि 2021-22 के आखिर तक दुनिया भर में कोरोना के खिलाफ पांच अलग-अलग वैक्सीन की एक बिलियन खुराक तैयार कर लेगा। वहीं पूनावाला ने कहा था कि उनकी कंपनी अगले साल की शुरुआत तक हर तिमाही में कम से कम एक वैक्सीन लॉन्च करने की योजना बना रही है।