सिद्धू ने खुद को बताया जन्मजात कांग्रेसी
पूर्व क्रिकेटर और हास्य टीवी शो होस्ट करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मैं तो पैदाइशी कांग्रेसी हूं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस में शामिल होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने खुद को जन्मजात कांग्रेसी करार दिया है, जिसकी घर वापसी हुई है। यही नहीं, उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी भाजपा को कैकेयी और नई पार्टी कांग्रेस को कौशल्या बताया है।
उन्होंने इस घर वापसी को पंजाब की स्वाभिमान की लड़ाई से जोड़कर कहा कि उनका कोई एजेंडा नहीं है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह के साथ ही सारे मतभेद मिटाकर साथ काम करने का संकेत देते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री की दावेदारी के सवाल को टाल दिया।
रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए पूर्व क्रिकेटर और हास्य टीवी शो होस्ट करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मैं तो पैदाइशी कांग्रेसी हूं। सिद्धू ने कहा कि उनके पिता भगवंत सिंह सिद्धू स्वतंत्रता सेनानी थे और 40 सालों तक कांग्रेस की सेवा की थी। जाहिर है यह उनकी घर वापसी है। वहीं सिद्धू के बयानों में भाजपा छोड़ने की कड़वाहट साफ-साफ झलकी। उन्होंने भाजपा को कैकेयी बताया, जिसने मंथरा के कहने पर राम को वनवास भिजवा दिया था और कांग्रेस को कौशल्या बताया, जिसने राम को जन्म दिया था।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा की जगह कांग्रेस का दामन थामने पर सफाई पेश करते हुए सिद्धू ने कहा कि पंजाब की खातिर उन्होंने यह कदम उठाया है। उनके अनुसार यह पंजाब के स्वाभिमान की लड़ाई है। उनका कोई निजी एजेंडा नहीं है। पंजाब की साख धूल में मिलाकर रख दी गई है। कभी हरित क्रांति के लिए जाना जाने वाला राज्य अब सफेद चिट्टे (ड्रग्स) के लिए बदनाम है। ड्रग्स पंजाब की सच्चाई बन गई है, जो युवाओं को बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि हम ड्रग्स के खिलाफ सख्त कानून बनाएंगे और इस बारे में राहुल गांधी से उनकी बात हो गई है।
अकाली दल और बादल पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि अकाली दल कभी पवित्र जमात होता था, जो आज एक परिवार का जायदाद बन गया है। उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के खजाने को लूट लिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब पर दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज हो गया। उन्होंने बादल को बेनकाब करने की धमकी दी।
कैप्टन अमरिंदर के साथ मनमुटाव पर सिद्धू ने कहा कि जब लालू और नीतीश एक हो सकते हैं तो हम क्यों नहीं। वे किसी के भी साथ काम करने को तैयार हैं। जो कांग्रेस हाईकमान कहेगा, वो करूंगा. जहां से पार्टी कहेगी, मैं वहां से चुनाव लड़ूंगा। माना जा रहा है कि सिद्धू 19 जनवरी को कैप्टन अमरिंदर के साथ अमृतसर में दरबार साहिब में मत्था टेककर पंजाब में कांग्रेस के लिए चुनावी अभियान की शुरूआत करेंगे। संभावना है कि खुद सिद्धू अमृतसर (पूर्व) सीट से चुनाव लड़ेंगे।
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