बड़े-बड़ों को पाठ पढ़ा रही 7 साल की यूट्यूबर ग्लोरी, अपने चैनल पर पढ़ाती है मैथ, इंग्लिश और GK
ग्लोरी के यूट्यूब चैनल- आरएन ग्लोरी के 2.82 लाख सब्सक्राइबर हैं। यही नहीं यूट्यूब ने सिल्वर बटन देकर ग्लोरी को सम्मानित भी किया है।
प्रयागराज, मनीष मिश्र । हैलो दोस्तो, आपका स्वागत है आपके अपने चैनल आरएन ग्लोरी में...! हम आपको इस वीडियो में बताएंगे कि इंग्लिश के छोटे-छोटे वाक्य कैसे बनाएं...! चेहरे पर चौड़ी मुस्कान और आत्मविश्वास से लबरेज चहकती आवाज के साथ नजर आती हैं ग्लोरी। प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की इस सात वर्षीय यूट्यूबर का अंदाज लोगों को खूब भा रहा है। उसके वीडियोज को 1.21 करोड़ तक व्यूज मिले हैं। ग्लोरी के यूट्यूब चैनल- आरएन ग्लोरी के 2.82 लाख सब्सक्राइबर हैं। यही नहीं, यूट्यूब ने सिल्वर बटन देकर ग्लोरी को सम्मानित भी किया है। यूट्यूब की तरफ से उसे प्रतिमाह अच्छी खासी धनराशि भी मिलती है।
मनवा रही अपनी काबिलियत का लोहा
प्रयागराज के झूंसी की रहने वाली आरएन ग्लोरी खेलने-कूदने की इस उम्र में इस तरह दुनिया में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही है। मैथ्स, इंग्लिश और जनरल नॉलेज से जुड़े सवालों के जवाब उसकी जुबान पर रहते हैं। वह खुद कैमरे के सामने खड़ी होकर अपने वीडियो बनाती है और उसे कंप्यूटर पर एडिट कर यूट्यूब पर अपलोड करती है। कभी इंग्लिश ग्रामर तो कभी गु़णा-भाग और चक्रवृद्धि ब्याज से संबंधित जानकारी वीडियो के माध्यम से शेयर करती है। कभी जनरल नॉलेज से संबंधित जानकारियों का वीडियो अपलोड करती है।
200 से अधिक वीडियो यूट्यूब
ग्लोरी ने अब तक 200 से अधिक वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किए हैं। भारत के अलावा आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, भूटान, नेपाल जैसे देश के लोग भी उसके वीडियोज को देखते और पसंद करते हैं। प्रतिदिन औसतन दो हजार नए लोग उसके चैनल को देख रहे हैं। यूट्यूब के सीईओ सुसान वोजसिकी की ओर से उसे हाल ही सिल्वर प्ले बटन भेंट किया गया है, जो अधिक पसंद किए जाने वाले वीडियोज के लिए दिया जाता है।
मामा से मिली प्रेरणा
ग्लोरी के मामा जीआर डेविड भी यूट्यूबर हैं। वह नई बाइकों की विशेषताओं की जानकारी यूट्यूब पर देते हैं। ग्लोरी बताती है, जब मामा अपने वीडियो बनाते थे तो मैं उन्हें छुपकर देखती थी। मुझे लगा कि मामा की तरह मैं भी बना सकती हूं और मुझे भी लोग ऐसे ही देखेंगे। मई, 2018 को मैंने चुपचाप मामा के मोबाइल पर अपना एक वीडियो बनाया कि मास्क कैसे लगाएं और यह स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है। वीडियो को जब मामा और पापा ने देखा तो वह भी चौंक गए। यहीं से मनोबल बढ़ा और धीरे-धीरे पढ़ाई से संबंधित वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इस काम में पापा और मामा मेरा पूरा सपोर्ट करते हैं। मेरा सपना टीचर बनना है।
ग्लोरी की मां रंजना पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, जबकि पिता आयुर्वेद के चिकित्सक। ग्लोरी सप्ताह में एक दिन यूट्यूब पर ऑनलाइन होती है। उस समय उससे बात करने के लिए बड़ी संख्या में उसके सब्सक्राइबर भी ऑनलाइन होते हैं। यूट्यूब पर लोग उसे छोटे सर के नाम से संबोधित करते हैं।