सुप्रीम कोर्ट में जज बनेंगे चार मुख्य न्यायाधीश, केंद्र से इन नामों पर होगी सिफारिश
इन जजों की नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो जाएगी जो उसकी निर्धारित संख्या है। पहले सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 31 थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने शीर्ष अदालत में जज बनाने के लिए चार हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के नाम की केंद्र से सिफारिश करने का फैसला किया है। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम के अध्यक्ष हैं। जिन नामों की सिफारिश करने का फैसला किया गया है उनमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब व हरियाणा, राजस्थान और केरल के मुख्य न्यायाधीश शामिल हैं।
जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं। जबकि, जस्टिस कृष्ण मुरारी पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं। राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रविंद्र भट हैं। वहीं जस्टिस ऋषिकेश रॉय केरल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं।
इन जजों की नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो जाएगी, जो उसकी निर्धारित संख्या है। पहले सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 31 थी, जिसे केंद्र सरकार ने हाल ही में बढ़ाकर 34 कर दी थी, जिसमें प्रधान न्यायाधीश भी शामिल हैं।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में जज रहे रामसुब्रमण्यम
समाचार एजेंसी आइएनएस के मुताबिक कोलेजियम ने केंद्र से इनके नामों की सिफारिश कर दी है। जस्टिस रामसुब्रमण्यम 22 जून, 2019 को हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने थे। इससे पहले वह आंध्र प्रदेश और तेलंगाना हाई कोर्ट में जज रहे थे। 30 जून, 1958 को पैदा हुए जस्टिस रामसुब्रमण्यम ने चेन्नई के विवेकानंद कॉलेज से विज्ञान में स्नातक और मद्रास लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की थी।
नौ जुलाई, 1958 को पैदा हुए जस्टिस मुरारी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री लेने के बाद 22 साल तक इलाहाबाद हाई कोर्ट में वकालत की थी। सात जनवरी, 2004 को उन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज बनाया गया था। वह दो जून, 2018 को पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे।
2019 में राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे रविंद्र भट
जस्टिस भट ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा हासिल करने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत से करियर की शुरुआत की थी। 1958 में पैदा हुए जस्टिस भट को 2004 में दिल्ली हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज नियुक्त किया गया था। पांच मई, 2019 को उन्हें राजस्थान हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था।
जस्टिस ऋषिकेश रॉय ने आठ अगस्त, 2018 को केरल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली थी। इससे पहले वह 30 मई, 2018 से वहां के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम कर रहे थे। एक फरवरी, 1960 को पैदा हुए जस्टिस रॉय ने दिल्ली विश्वविद्यालय से 1982 में एलएलबी की डिग्री हासिल की थी। वह 12 अक्टूबर, 2006 को गुवाहाटी हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज नियुक्त हुए थे।
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