Move to Jagran APP

संत कबीरदास की जयंती पर PM मोदी ने नमन कर साझा की पुरानी तस्वीरें, बोले- उनका दिखाया मार्ग हर पीढ़ी को करेगा प्रेरित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत कबीरदास जी की जयंती पर उन्हें नमन किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखासंत कबीर दास जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने न केवल सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार किया बल्कि दुनिया को मानवता और प्रेम का संदेश दिया।

By Pooja SinghEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 02:01 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 02:01 PM (IST)
संत कबीरदास की जयंती पर PM मोदी ने नमन कर साझा की पुरानी तस्वीरें, बोले- उनका दिखाया मार्ग हर पीढ़ी को करेगा प्रेरित
संत कबीरदास की जयंती पर PM मोदी ने नमन कर साझा की पुरानी तस्वीरें

नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत कबीरदास जी की जयंती पर उन्हें नमन किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा,'संत कबीर दास जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने न केवल सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार किया, बल्कि दुनिया को मानवता और प्रेम का संदेश दिया। उनका दिखाया मार्ग हर पीढ़ी को भाईचारा और सद्भावना के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा।

loksabha election banner

संत कबीरदास सूरदास के अलावा ऐसे कवि थे जिन्होंने लिखे कई महाकाव्य- मोदी

ट्वीट के साथ ही प्रधानमंत्री ने संत कबीरदास के साथ अपनी कुछ पुरानी तस्वीरों को भी शेयर की। उन्होंने तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा कि कुछ वर्ष पहले मुझे मगहर में संत कबीर दास की निर्वाण स्थली जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। उस समय की कुछ तस्वीरें साझा कर रहा हूं। कबीरदास जी हिंदी साहित्य की उस हजार सालों की परम्परा में सूरदास के अलावा अकेले ऐसे कवि नजर आते हैं, जिन्होंने कई महाकाव्य लिखे।

बता दें कि कबीरदास जी का जन्म 1398 (संवत 1455) को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को हुआ था। 15वीं सदी के भारतीय कवि और संत थे। हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग में ईश्वर की भक्ति के लिए एक महान प्रवर्तक के रूप में वह सामने थे। संत कबीर रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को भी काफी प्रभावित किया। उनका लेखन सिक्खों के आदि ग्रंथ में भी है। वह हिन्दू धर्म और इस्लाम को न मानते हुए धर्म एक सर्वोच्च ईश्वर में विश्वास रखते थे। सामाज में फैली कुरीतियों, कर्मकांड, अंधविश्वास की निंदा और सामाजिक बुराइयों के बारे में कबीरदास ने आलोचना की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.