Move to Jagran APP

रूस के लिए आज रवाना होंगे एस. जयशंकर, चीनी विदेश मंत्री से भी हो सकती है मुलाकात

विदेश मंत्री ईरान की राजधानी तेहरान भी जाएंगे जहां वो ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ के साथ मुलाकात भी कर सकते हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 09:40 AM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 09:40 AM (IST)
रूस के लिए आज रवाना होंगे एस. जयशंकर, चीनी विदेश मंत्री से भी हो सकती है मुलाकात
रूस के लिए आज रवाना होंगे एस. जयशंकर, चीनी विदेश मंत्री से भी हो सकती है मुलाकात

नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक में शामिल होने के लिए मंगलवार को रूस के लिए रवाना होने वाले हैं। यहां उनकी चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात हो सकती है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि वो ईरान की राजधानी तेहरान भी जाएंगे, जहां वो ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ के साथ मुलाकात भी कर सकते हैं।

loksabha election banner

इससे पहले शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मास्को में CIS, SCO और सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (CSTO) के रक्षा मंत्रियों की संयुक्त बैठक में भाग लिया था। सूत्रों के अनुसार, भारत के अनुरोध पर रूस ने पाकिस्तान को बिना हथियारों की आपूर्ति की अपनी नीति दोहराई है।

सूत्रों ने बताया कि रूस ने मॉस्को में राजनाथ सिंह और उनके रूसी समकक्ष जनरल सर्गेई शोइगु के बीच बैठक के दौरान प्रतिबद्धता जताई। केंद्रीय मंत्री सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की संयुक्त बैठक में शामिल होने और 75 वीं वर्षगांठ के आयोजन में विजय दिवस मनाने के लिए रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर थे।

पूर्वी लद्दाख में एलएसी के हालात अत्यधिक गंभीर : एस. जयशंकर

इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एलएसी पर तनाव की स्थिति को लेकर चीन को स्पष्ट संदेश दिया है। एस. जयशंकर की रूस के मॉस्को में चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात की उम्मीद है। उससे पहले विदेश मंत्री ने पड़ोसी देश को सीमा पर जारी तनाव को लेकर स्पष्ट संदेश दे दिया है। जयशंकर ने कहा है कि सीमा के हालात को पड़ोसी देश के साथ समग्र संबंधों से अलग नहीं किया जा सकता है। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनाव को अत्यधिक गंभीर बताते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि इसको सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच राजनीतिक स्तर पर बहुत ही गहरी बातचीत की जरूरत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.