कर्नाटक में तीन पुजारियों की निर्मम हत्या, दान पात्र से नकदी लेकर भाग गए लुटेरे
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने पुजारियों की मौत पर शोक जताया है और हर एक के आश्रित को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
बेंगलुरु, प्रेट्र। मांड्या में प्रसिद्ध मंदिर के तीन पुजारियों की लुटेरों ने डाका डालने के दौरान हत्या कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि लुटेरे गिरोह ने अराकेश्वर मंदिर के पुजारियों की चाकू मारकर हत्या कर दी। गुरुवार रात लुटेरे हुंडी (दान पात्र) में रखी नकदी लेकर भाग निकले, लेकिन वे सिक्के छोड़ गए।मंदिर परिसर में ही रहने वाले पुजारी लुटेरों के प्रवेश करने के समय सो रहे थे। पुलिस महानिरीक्षक समेत सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की।
इस बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने पुजारियों की मौत पर शोक जताया है और हर एक के आश्रित को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। एक ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा है, 'मांड्या में अराकेश्वर मंदिर के पुजारियों गणेश, प्रकाश और आनंद की हत्या की खबर अत्यंत दुखद है। मुआवजे के तौर पर उनके आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।'
आंध्र प्रदेश सरकार ने अंतर्वेदी रथ अग्निकांड की जांच सीबीआइ को सौंपी
अमरावती आंध्र प्रदेश सरकार ने अंतर्वेदी के श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर रथ में आग लगने की घटना की जांच सीबीआइ को सौंप दी है। राज्य सरकार ने इस संबंध में गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। छह सितंबर को मंदिर के रथ में आग लगने की घटना राज्य में सनसनीखेज बन गई है। इस घटना को हिंदू मंदिरों पर हुए हमलों की कड़ी माना जा रहा है। सभी विपक्षी पार्टियां सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पर एक खास धर्म का समर्थन करने का आरोप लगा रही हैं। विपक्षी पार्टियों ने मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की।