रूस और भारत के बीच द्विपक्षीय वार्ता, UNSC एजेंडे पर मिलकर काम करने को लेकर बनी सहमति
भारत (India) और रूस (Russia) के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) मुद्दों को लेकर दि्वपक्षीय वार्ता हुई। दोनों देशों के बीच UNSC एजेंडा के मुख्य मुद्दों पर एक साथ काम करने को लेकर सहमति बन गई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। रूस की राजधानी मॉस्को में मंगलवार को भारत (India) और रूस (Russia) के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) मुद्दों को लेकर दि्वपक्षीय वार्ता हुई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अपने कार्यकाल के दौरान भारत ने अपनी प्राथमिकताओं के बारे में रूस को बताया। दोनों देशों के बीच UNSC एजेंडा के मुख्य मुद्दों पर एक साथ काम करने को लेकर सहमति बन गई है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs, MEA) ने बुधवार को दी।
आधिकारिक रिलीज के अनुसार, संयुक्त सचिव (UNP and Summits) प्रकाश गुप्ता (Prakash Gupta)ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता की। इसमें मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी भी शामिल थे। वहीं रूसी प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता पीटर इलिचेव (Peter Ilichev) ने की जो रूसी फेडरेशन के विदेश मंत्रालय के निदेशक हैं। भारत और रूस ने अपने विशेष एवं महत्वपूर्ण रणनीतिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अहम मुद्दों पर मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की है। इसमें कहा गया है कि महानिदेशक स्तर के भारतीय शिष्टमंडल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कार्यकाल के दौरान भारत की प्राथमिकताओं के बारे में रूसी पक्ष को जानकारी दी। बयान के अनुसार, ' दोनों पक्षों ने UNSC के एजेंडे के महत्वपूर्ण मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की जो दोनों देशों के विशेष एवं महत्वपूर्ण रणनीतिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए है।' संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो वर्षों का कार्यकाल एक जनवरी से शुरू हुआ है । अगस्त में भारत के संयुक्त राष्ट्र के शक्तिशाली निकाय के अध्यक्ष के रूप में काम करने का कार्यक्रम निर्धारित है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के व्यापक एजेंडे सहित संयुक्त राष्ट्र के संबंध में चल रहे द्विपक्षीय सम्पर्कों की सराहना की।
बता दें कि भारत रूस से 5.4 अरब डॉलर में एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ले रहा है। रूस ने भी घोषणा किया है कि वर्ष 2021 के आखिर तक S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम भारत को सौंप देगा। S-400 मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम बनाने वाली रूसी कंपनी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट ने कहा कि भारत के साथ समझौते को तय समय पूरा किया जाएगा।
इस साल के जनवरी माह में रूसी विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोफ ने कहा था, 'भारत और रूस के बीच की साझेदारी काफी विस्तृत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद हमारी रणनीतिक साझेदारी को विशेष रणनीतिक साझेदारी कहा गया। रूस और भारत के रिश्ते काफी खास हैं। रूस के लिए भारत काफी करीब है।'